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लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की प्रदर्शन और हंगामे पर दो टूक, बोले-‘संसद में गरिमा रहे’

By संतोष सिंह 
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नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र (Parliament’s winter session) में सत्तापक्ष व विपक्ष का हंगामा जारी है। इसको लेकर मंगलवार को सख्त लहजे में कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) ने कहा कि सदन की गरिमा बनाकर रखनी चाहिए। आप सभी अपने-अपने सवाल उठाए, सरकार से जवाब मांगें। सरकार के लोगों के साथ बैठकर चर्चा करें। उन्होंने कहा कि मैं आपसे उम्मीद करता हूं कि आप सभी ऐसा ही करेंगे। इसके बाद भी सदन में हंगामा होता रहा। हंगामा रुकता न देख लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

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किसी न किसी बहाने वो सदन की कार्यवाही स्थगित करा रही है : प्रियंका गांधी वाड्रा

वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा (Congress MP from Wayanad Priyanka Gandhi Vadra) ने कहा कि हम रोज कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वो(सरकार) चर्चा नहीं चाहते। किसी न किसी बहाने वो सदन की कार्यवाही स्थगित करा रहे हैं। इससे पहले संसद भवन परिसर में विपक्ष ने प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रियंका गांधी समेत तमाम विपक्षी नेता काला बैग लेकर पहुंचे। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई (Congress MP Gaurav Gogoi) ने कहा, कि दोनों सदनों में सत्ता पक्ष सुनिश्चित तरीके से कार्यवाही को रोक रहा है। पिछले सप्ताह गुरुवार के बाद से हमें लोकसभा में बोलने का मौका नहीं मिला है। सरकार कोई चर्चा नहीं करना चाहती है।

केवल राहुल गांधी ही हैं जो संसदीय कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेना चाहते : केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू (Union Parliamentary Affairs Minister Kiren Rijiju) ने कहा कि चाहे कोई भी मुद्दा हो, हमें संसदीय कार्यवाही को बाधित नहीं करना चाहिए। समाजवादी पार्टी, टीएमसी और कांग्रेस के सांसदों समेत कई सांसद मेरे पास आए हैं। राज्यसभा में पूरी कांग्रेस पार्टी सदन में बहस और चर्चा चाहती है। केवल राहुल गांधी ही हैं जो संसदीय कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेना चाहते। शायद राहुल गांधी संसदीय लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखते लेकिन बाकी सभी सांसद सदन में बहस और चर्चा में बहुत रुचि रखते हैं। हर सांसद को अपने क्षेत्र की चिंता है। राहुल गांधी को किसी मुद्दे की चिंता नहीं है। सरकार कमजोर नहीं है। हमारे पास संख्या है। अगर कोई महत्वपूर्ण काम या बिल है जिसे पारित करने की जरूरत है, तो हम करेंगे। हम अभी ऐसा इसलिए नहीं कर रहे हैं क्योंकि हम उन मुद्दों पर उचित चर्चा चाहते हैं।

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