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SGPGI की महिला डॉक्टर को 7 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट कर ठगों ने करीब 3 करोड़ की लगाई चपत, साइबर क्राइम थाने में FIR दर्ज

By संतोष सिंह 
Updated Date

लखनऊ। साइबर ठगों (Cyber ​​Thugs) ने लोगों को ठगने के लिए आए दिन नए तरीकों का इजाद कर लेते हैं। अब इन ठगों ने डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) कर लोगों को ठगने का नया मामला सामने आया है। ताजा मामला यूपी की राजधानी लखनऊ से हैं, जहां ठगों ने एसजीपीजीआई (SGPGI)  की महिला डॉक्टर को डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) कर करीब तीन करोड़ रुपये चपत लगा दी। ठगी का शिकार होने के बाद महिला डॉक्टर ने इसकी शिकायत साइबर क्राइम थाने (Cyber Crime Police Station) में दर्ज कराई है।

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जानकारी के मुताबिक, एसजीपीजीआई (SGPGI) की महिला डॉक्टर को उसके मोबाइल नंबर पर फोन आया, जिसमें ठग ने खुद को महिला को ट्राई (TRAI)अधिकारी बताया। कहा कि आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर 22 शिकायतें दर्ज कराई गई हैं। इसे जल्द ही अब बंद कर दिया जाएगा। इसी दौरान उसने कहा कि सीबीआई अफसर राहुल गुप्ता (CBI Officer Rahul Gupta) आपसे बात करेंगे और इसके लिए स्काइप ऐप डाउनलोड कर लीजिए, जिसके बाद डर से महिला ने तुरंत स्काइप ऐप डाउनलोड कर लिया।

साइबर ठग ने CBI अफसर बनकर किया डिजिटल अरेस्ट

इसके बाद राहुल गुप्ता (Rahul Gupta) ने सीबीआई अफसर (CBI Officer) बनकर महिला से कहा कि आपका नाम नरेश गोयल मनी लांड्रिंग केस (Naresh Goyal Money Laundering Case) में आया है। साथ ही आपका बैंक अकाउंट भी इस्तेमाल किया गया है, जिसका पैसा वूमेन और चाइल्ड ट्रैफिकिंग (Child Trafficking) के लिए यूज किया गया है। कोर्ट के पास आपके खिलाफ सबूत भी हैं, जिसमें आपने अपने फोन पर उनसे बात भी की है। इसकी भी रिकॉर्डिंग कोर्ट के पास मौजूद है। इतना सुनते ही महिला डॉक्टर डर गई।

फॉर्म भराकर ली प्रॉपर्टी की पूरी डिटेल

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महिला डॉक्टर के इसी डर का फायदा उठाकर ठग ने एक फॉर्म भरने के लिए कहा। इसमें डॉक्टर से कहा गया कि यह फॉर्म कोर्ट ने फिल करने के लिए कहा है, जिसे मैंने आपको भेजा है। इसमें आपको अपनी निजी जानकारी देना होगी। आपको अरेस्ट करने का हमें ऑर्डर मिला है, लेकिन मेरी रिक्वेस्ट पर आपको सिर्फ डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest)  करके पूछताछ की जा रही है। सीबीआई अफसर (CBI Officer) बनकर साइबर क्रिमिनल (Cyber ​​Criminal) ने महिला डॉक्टर को ये भी कहा कि यह सब बातें आपको अपने परिवार में किसी को नहीं बतानी हैं, जब तक पूछताछ चल रही है। नहीं तो फिर आपको अरेस्ट करके जेल भेज दिया जाएगा। आप इस फॉर्म को जल्दी भरकर इसमें अपनी प्रॉपर्टी का विवरण दीजिए, उसको कोर्ट में सबमिट करना है और पूरा पैसा सरकारी खाते में जमा करिए ताकि उसकी जांच हो सके।

5 अकाउंट से ट्रांसफर किए 2.81 करोड़ रुपये

इसके बदले में ठग ने अलग-अलग सात अकाउंट नंबर महिला डॉक्टर को मुहैया कराए, जिसमें महिला डॉक्टर ने पांच अलग-अलग बैंक खातों से दो करोड़ 81 लाख रुपये ट्रांसफर किए। वहीं जब महिला डॉक्टर को 6 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest)  करके रखा गया। तब जाकर महिला डॉक्टर को ठगी का अंदाजा हुआ, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। फिलहाल साइबर क्राइम थाने (Cyber Crime Police Station) में मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

 

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