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लखनऊ के “सहायक” को SISFS से मिली फ़ंडिंग, टेक्नालजी और प्रॉडक्ट को करेंगे मज़बूत

By आराधना शर्मा 
Updated Date

लखनऊ के AI बेस्ड स्टार्टअप “सहायक” (Sahayak) ने भारत सरकार द्वारा संचालित सीड फ़ंड स्कीम Startup India Seed Fund Scheme (SISFS) के तहत फ़ंडिंग हासिल कर ली है। सहायक ने कहा कि इस स्कीम से हम कंपनी के बाज़ार मूल्यांकन को बढ़ाने और इन्फ्रा को मज़बूत करेंगे। इसी के साथ कंपनी टेक्नालजी में निवेश को बनाए रखेगी, जो बेहतर उपभोक्‍ता अनुभव को संभव बनाएगी।

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बीते कुछ सालों मे इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या में बेहिसाब इज़ाफ़ा हुआ है, और लोगों की सोशल मीडिया में भागीदारी काफी बड़ी संख्या मे बढ़ी है। लेकिन सभी सोशल मीडिया के यूज़र्स ऑनलाइन लेन-देन यानि के ट्रैंज़ैक्शन कर पाएँ ये ज़रूरी नहीं है, ऐसे में यूज़र को किसी ऐसे साथी की मदद चाहिए होती है जो इस काम को करने में हाथ बटा सके। इसका सबसे बेहतरीन उदाहरण हमारे-आपके घर में माता-पिता हैं जो स्मार्टफोन और इंटरनेट को बढ़िया तरह से चला लेते हैं लेकिन जब बात आती है ऑनलाइन पेमेंट करने की, आईटीआर (ITR) भरने की या कोई भी ऐसा काम जहां यूज़र प्रोसैस को समझने मे असमर्थ हो, वहाँ “सहायक” काम आता है।

सहायक एक ऐसा डिजिटल असिस्टंट है जो कि यूज़र की इसी समस्या को हल करने का काम बाखूबी करता है, सहायक 21 भाषाओं में यूज़र की सहएता करने में सक्षम है। मान लीजिये आप गुजरात से हैं और सहायक पावर्ड वैबसाइट को खोलते हैं तो आपको वैबसाइट पर ही गुजराती भाषा में आगे का प्रोसैस कदम-दर-कदम पता चल जाएगा, और जटिल समस्या को हल कर देगा। जैसा कि आपने गूगल मैप्स के वॉइस असिस्टंट को मार्ग दर्शाते करते देखा होगा।

इसी समस्या को दिमाग मे रखते हुए सहायक की संस्थापक (Founder) क्रातिका शर्मा और सह-संस्थापक (co-founder) पुनीत शर्मा, जो की भाई-बहन भी हैं, इस समस्या को हल करने का बीड़ा उठा कर “सहायक” बनाया।

असल में क्या है सहायक
सहायक किसी गाइड या दोस्त की तरह यूज़र के साथ रहता है, चाहे वो वैबसाइट या ऐप से ट्रैंज़ैक्शन कर रहे हों, ऑनलाइन कंपलेन कर रहे हों या फिर ब्राउज़ ही क्यूँ न कर रहे हों, इस पूरे सफर में आपके साथ रेहता है “सहायक”।

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सभी भाषाओं मे मिलेगी मदद
चाहे आप हिन्दी समझते हों या English या फिर गुजराती, सहायक का वॉइस असिस्टेंट 21 भाषाओं में आपको वैबसाइट की सैर कराएगा, हर कदम आपको कैसे क्या करना है बताएगा।

सहायक सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में ऐसी समस्याओं से जूझ रहे यूज़र्स का सहायक बनाने की क्षमता रखता है।

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