Mahant Narendra Giri Death: अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri ) के पार्थिव शरीर को बुधवार दोपहर बाघंबरी गद्दी मठ में भू समाधि दी गई। सुसाइड नोट में उन्होंने इसी स्थान पर भू समाधि देने की इच्छा जाहिर की थी। बुधवार पोस्टमार्टम के बाद उनके पार्थिव शरीर को संगम में स्नान के बाद मठ लाया गया।
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वहीं, अंतिम यात्रा के दौरान हजारों की संख्या में संतों और भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। साथ ही देश के विभिन्न महामंडलेश्वर और 13 अखाड़ों के साधु संत प्रयागराज पहुंचे हैं। पार्थिव शरीर को समाधि दे दी गई। बता दें कि, मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी महंत नरेंद्र गिरि की अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें एसआइटी पर विश्वास रखना चाहिए। न्याय होगा, कोई दोषी बचेगा नहीं। केशव बोले कि रही बात अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष की मौत की बात कि तो जितना में उन्हें जनता हूं, उसके आधार पर कह सकता हूं कि महंत जी मजबूत इच्छाशक्ति के व्यक्ति थे। वह आत्महत्या नहीं कर सकते।
जांच के लिए गठित की गई SIT
महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri ) की संदिग्ध परिस्थितियों में जान गयी थी। महंत गिरि की मृत्यु मामले की जांच के लिए मंगलवार को 18 सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया।