Mahant Narendra Giri Death : महंत नरेंद्र गिरि की मौत मामले में योगी आदित्यनाथ सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. CM योगी ने इस मामले की जांच के लिए CBI से सिफारिश की है. UP सरकार की तरफ से ट्वीट कर बताया गया है कि, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महन्त नरेन्द्र गिरि की मृत्यु से जुड़े प्रकरण की मुख्यमंत्री के आदेश पर सी.बी.आई. से जाँच कराने की संस्तुति की गई.
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बता दें कि, महंत नरेंद्र गिरि आत्महत्या (Mahant Narendra Giri suicide) मामले में आरोपी आनंद गिरी को 14 दिन के लिए कोर्ट ने न्यायिक हिरासत (judicial custody) में भेज दिया है। बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) ने बुधवार को आनंद गिरि (Anand Giri) को कोर्ट में पेश किया था, जिसके बाद उसे न्यायिक हिरासत (judicial custody) में भेजा गया है।
महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri ) ने अपने सुसाइड नोट (Suicide Note) में आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था, जिसके बाद पुलिस ने आनंद गिरि (Anand Giri) को हरिद्वार से गिरफ्तार किया था। आनंद गिरि (Anand Giri) उस दौरान अपने आश्रम में था। उत्तराखंड पुलिस (Uttarakhand Police) ने उसे हिरासत में ले लिया था। इसके बाद में उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) की एक टीम ने पहुंच कर उसे गिरफ्तार कर यूपी लाई थी।
आनंद गिरी का आश्रम पुलिस ने किया सील
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वहीं हरिद्वार स्थित आनंद गिरि (Anand Giri) का आश्रम सील (Ashram Seal) कर दिया गया है। श्यामपुर स्थित इस आश्रम पर ये दूसरी बार कार्रवाई हुई है। बताया जा रहा है कि रुड़की विकास प्राधिकरण (Roorkee Development Authority) ने ये सीलिंग की कार्रवाई की है। प्राधिकरण ने अवैध निर्माण के चलते मई में भी आश्रम को सील कर दिया था। इसके बावजूद यहां पर निर्माण कार्य चलता रहा। अब एक बार फिर आश्रम को सील (Ashram Seal) कर दिया गया है। वहीं बताया जा रहा है कि नियमों के उल्लंघन पर अब एफआईआर (FIR) भी दर्ज की जा सकती है।