Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. ममता बनर्जी का बीजेपी पर बड़ा आरोप, बोलीं- लोकतांत्रिक देश को सर्विलांस देश में जा रहा है बदला

ममता बनर्जी का बीजेपी पर बड़ा आरोप, बोलीं- लोकतांत्रिक देश को सर्विलांस देश में जा रहा है बदला

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस बुधवार को शहीदी दिवस की 28वीं बरसी मना रही है। इस मौके पर कोलकाता में रैली को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने ममता बनर्जी केंद्र की मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार पब्लिक पर नहीं पेगासस पर पैसा खर्च कर रही है। ममता बनर्जी ने कहा कि पेगासस के माध्यम लोगों के पैसे जासूसी पर बर्बाद हो रहे हैं। ममता ने कहा कि मेरा फोन टेप किया गया है। पश्चिम बंगाल को केंद्र सरकार खुफिया राज्य बनना चाहती है।

पढ़ें :- TMC उम्मीदवार ‘इंडिया’ गठबंधन के पश्चिम बंगाल में सच्चे प्रतिनिधि, इस वजह से नहीं बन पाई बात : ​अभिषेक बनर्जी

देश में चार लाख से अधिक लोगों की हुई कोरोना से मौत और पीएम कह रहे हैं हम बेस्ट

ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की जनता ने मां, माटी और मानुष को चुना है। ममता बनर्जी इस अवसर पर ऐलान कि हर साल 16 अगस्त को टीएमसी खेला दिवस मनाएगी। उन्होंने कहा कि देश से जब तक बीजेपी को बाहर नहीं कर देते तब तक खेला होबे मनाया जाएगा। ममता ने कहा कि बीजेपी लोकतांत्रिक देश को सर्विलांस देश में बदल रही है। देश में चार लाख से अधिक लोगों की हुई कोरोना से मौत और पीएम कह रहे हैं हम बेस्ट हैं।

बता दें कि बंगाल विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत हासिल कर लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री बनीं ममता बनर्जी की नजरें अब दिल्ली की कुर्सी पर टिकी हैं। इस शहीदी दिवस के माध्यम से तृणमूल कांग्रेस देशभर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश में जुट गई है। बुधवार को ममता बनर्जी के पोस्टर पीएम मोदी के गृहराज्य गुजरात के अहमदाबाद में भी दिखे। हालांकि, बाद में इन्हें हटा दिया गया है।

जानें तृणमूल कांग्रेस क्यों मना रही है शहीदी दिवस ?

पढ़ें :- अब इन्हें अमेठी से भागकर रायबरेली सीट चुननी पड़ी है, मैं भी इन्हें यही कहूंगा-डरो मत-भागो मत...राहुल गांधी पर पीएम मोदी का निशाना

तृणमूल कांग्रेस के लिए 21 जुलाई का दिन बहुत अहम है। पार्टी हर साल इस दिन शहीदी दिवस मनाती है। आज ही के दिन 1993 में पश्चिम बंगाल यूथ कांग्रेस का प्रदर्शन चल रहा था, जिसकी अगुआई ममता बनर्जी कर रही थीं। इस दौरान कोलकाता पुलिस ने गोलीबारी कर दी, जिसमें 13 लोग मारे गए थे। इसी आंदोलन ने ममता बनर्जी को राजनीतिक रूप से बेहद मजबूत किया।

Advertisement