नई दिल्ली। भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी डेमनिका में जमानत मिलने के बाद एंटीगुहा और बारबुडा पहुंच गया है। डोमनिका में गैरकानूनी तरीके से प्रवेश के आरोप में वह 52 दिन तक वहां पर हिरासत में रहा।
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एंटीगुआ और बारबुडा पहंचने के बाद चौकसी ने कहा कि वह अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए भारत लौटने का विचार कर रहा था लेकिन भारतीय एजेंसियों द्वारा “किडनैपिंग” के बाद, वह भारत में अपनी सुरक्षा के बारे में बेहद आशंकित है। बता दें कि भारत से फरार होने के बाद चोकसी 2018 से एंटीगुआ एवं बारबुडा में रह रहा है, उसने वहां की नागरिकता भी ले ली है।
अपने वकील विजय अग्रवाल के जरिए एक मीडिया संस्थान के साथ साझा किए गए एक ऑडियो संदेश में, चोकसी ने कहा – “मैं घर वापस आ गया हूं लेकिन इस यातना ने मेरे दिमाग और मेरे शरीर बल्कि मेरी आत्मा तक पर निशान छोड़े हैं।
मैं कभी सोच भी नहीं सकता था कि मेरा सारा कारोबार बंद करके और मेरी सारी संपत्तियां जब्त करने के बाद, भारतीय एजेंसियों मेरे अपहरण का प्रयास कर सकती हैं। मैंने इसके बारे में सुना था लेकिन मुझे कभी विश्वास नहीं हुआ कि वे इस हद तक जा सकते हैं।”