Miraculous Brahmi:आयुर्वेद में ब्राह्मी को चमत्कारी जड़ी बूटी कहा जाता है। ब्राह्मी की एक टहनी में कई सारे पत्ते होते हैं और इसके फूल सफेद व छोटे-छोटे होते हैं। यह पौधा नम स्थानों में पाया जाता है। इसे भारत वर्ष में विभिन्न नामों से जाना जाता है जैसे हिन्दी में सफेद चमनी, संस्कृत में सौम्य लता, मलयालम में वर्ण, नीर ब्राह्मी, मराठी में घोल, गुजराती में जल ब्राह्मी, जल नेवरी आदि तथा इसका वैज्ञानिक नाम बाकोपा मोनिएरी है।
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ब्राह्मी को विटामिन और मिनरल का अच्छा स्रोत माना जाता है। आयुर्वेद के अनुसार ब्राह्मी पित्तनाशक, बुद्धिवर्धक, ठंडक देने के साथ शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है। ब्राह्मी के तने व पत्तियां मुलायम व गूदेदार होते है। असली त्वचा संबंधी बीमारियों में ब्राह्मी फायदेमंद है। ब्राह्मी तेल आयुर्वेदिक तेल है, जिसे तिल के तेल या नारियल के तेल के साथ इस्तेमाल करना अधिक लाभदायक है। दिल की कमजोरी में इसका इस्तेमाल फायदेमंद है।
घरेलू नुस्खे
सिरदर्द, पीठ दर्द, मांसपेशियों में दर्द होने पर ब्राह्मी तेल से हल्का मसाज करने से राहत मिलती है।
ब्राह्मी के पत्ते के रस को पेट्रोल के साथ मिलाकर लगाने से गठिया की समस्या दूर होती है।