नई दिल्ली। मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को बड़ी कार्यवाही की। ईडी ने तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी सेंथिल बालाजी और उनके करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी की। इस छापेमारी के बाद हड़कंप मच गया है और सियासत भी तेज हो गई। ईडी ने देर रात तक चेन्नई में सेंथिल के आवास पर तलाशी ली, जिसके बाद ईडी ने उन्हे हिरासत में ले लिया। इसके बाद उन्हें मेडिकल जांच के लिए चेन्नई के एक सरकारी अस्पताल लाया गया। इस दौरान मंत्री बेहद ही परेशान और रोते हुए दिखे।
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ईडी की इस छापेमारी के बाद सियासत तेज हो गई। इसके साथ ही केंद्र सरकार पर एजंसियो के दुरूपयोग का आरोप लगाया जा रहा है। वहीं, तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री एम सुब्रमण्यन और राज्य के खेल मंत्री उधयनिधि स्टालिन बिजली मंत्री सेंथिल बालाजी से मिलने के लिए चेन्नई के सरकारी अस्पताल पहुंचे थे और मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। साथ ही कहा हम इस मामले में कानूनी मदद लेंगे। उन्होंने कहा कि हम भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की धमकी भरी राजनीति से डरने वाले नहीं हैं।
सेंथिल बालाजी आईसीयू में भर्ती डीएमके सांसद और सेंथिल बालाजी के वकील एनआर एलंगो ने कहा कि सेंथिल बालाजी को आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। डॉक्टर उनके स्वास्थ्य की जांच कर रहे हैं। जब कोई व्यक्ति कहता है कि उसके साथ मारपीट की गई है तो डॉक्टरों को सभी चोटों को नोट करने की जरूरत है। हमें रिपोर्ट देखने के बाद ही चोट बारे में पता चलेगा। उन्होंने कहा कि आधिकारिक तौर पर हमें ईडी द्वारा सेंथिल की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी नहीं दी गई है।