नई दिल्ली। संसद का मॉनसून सत्र 19 जुलाई से शुरू हो रहा है। इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं। वैसे तो सत्र में आने के लिए सांसदों को RT-PCR टेस्ट करवाना जरूरी है, लेकिन इस बार कई सांसदों को RT-PCR टेस्ट से छूट मिल सकती है, इसकी वजह कोरोना वैक्सीन है। बता दें कि लोकसभा और राज्यसभा के ज्यादातर सांसदों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों या फिर कम से कम एक खुराक लगवा ली है। बता दें कि बजट सत्र 2021 और उससे पहले मॉनसून सत्र 2020 में सांसदों को संसद आने के लिए नेगेटिव RT-PCR रिपोर्ट दिखानी होती थी।
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जिन सांसदों ने वैक्सीन लगवाई, उन्हें नहीं करवाना होगा टेस्ट
संसद के लिए एक्सपर्ट्स की सलाह के बाद यह सुझाव दिया गया है कि जिन सांसदों ने कोरोना वैक्सीन की एक या दोनों खुराक ले ली हैं। उनको संसद में आने के लिए RT-PCR टेस्ट करवाने की जरूरत नहीं। वहीं जिन सांसदों ने वैक्सीन नहीं ली है। उनको वैक्सीन लगवाने और ना लगने तक सदन में शामिल होने के लिए हर दो हफ्तों में RT-PCR टेस्ट करवाने को कहा गया है।
राज्यसभा-लोकसभा के कितने सांसदों ने लगवाई कोरोना वैक्सीन
राज्यसभा के अबतक 205 सांसदों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक लगवा ली हैं। वहीं 16 ऐसे हैं, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक ले ली है। मतलब राज्यसभा की मौजूदा संख्या 231 में से 221 सांसदों ने कोरोना वैक्सीन की एक या फिर दोनों खुराक लगवा ली हैं। मतलब 95.6 फीसदी राज्यसभा सांसदों को कम से कम एक बार और 88.7 सांसदों को दोनों टीके लग चुके हैं। छह सांसद ऐसे हैं जो स्वास्थ्य कारणों की वजह से कोरोना टीका नहीं ले पाए हैं।
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लोकसभा की बात करें को ताजा डेटा के मुताबिक, 540 सांसदों में से 470 सांसदों ने कोरोना डोज की कम से कम एक खुराक लगवा ली है। मतलब 87.03 फीसदी सांसदों को सदन में आने के लिए RT-PCR टेस्ट नहीं करवाना होगा। बताया गया है कि 79 फीसदी सांसद ऐसे हैं जिन्होंने वैक्सीन की दोनों खुराक ले ली हैं।