मैनपुरी। मैनपुरी जिले (Mainpuri District) की करहल विधानसभा सीट (Karhal Assembly Seat) को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है, लेकिन भाजपा ने भी इस बार कभी मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के सुरक्षा अधिकारी रहे एसपी सिंह बघेल (SP Singh Baghel) पर अपना दाव खेलकर सियासी लड़ाई को बेहद दिलचस्प बना दिया है।
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बता दें कि समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पहली बार मैनपुरी के करहल विधानसभा सीट (Karhal Assembly Seat) से चुनाव लड़ रहे हैं। गुरुवार को एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) ने अखिलेश के लिए प्रचार किया तो वहीं बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने एसपी सिंह बघेल (SP Singh Baghel) के लिए समर्थन जुटाया है। इसके बीच मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के पूर्व सहयोगी बघेल ने खुद को नेताजी का शिष्य बताया है। उन्होंने कहा कि बेटे और शिष्य के बीच नेताजी शिष्य की जीत की कामना कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने महाभारत का भी उदाहरण दिया।
बघेल ने एक टीवी चैनल से कहा कि शिष्य और पुत्र के बीच मुलायम जी आए हैं। यह परंपरा रही है कि द्रोणाचार्य और भीष्म पितामह कौरवों की तरफ से लड़े थे, लेकिन वह अपने शिष्य अर्जुन की जीत का कामना कर रहे थे। इसी तरह नेताजी मेरी जीत चाहते हैं। बघेल ने यह भी कहा कि अखिलेश हार रहे हैं। इसलिए अब उन्हें मुलायम सिंह की याद आई है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के कैप्टन का जहाज डूब रहा है। इसलिए अब उन्हें पूर्व कप्तान मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की याद आई है, जिन्हें कभी हटाया था।
बता दें कि मोदी सरकार में मंत्री एसपी सिंह बघेल (SP Singh Baghel) कभी मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के सुरक्षा अधिकारी रहे हैं। मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) ने ही उन्हें पहली बार चुनाव लड़वाया था। बघेल खुद को मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का शिष्य बताते हैं। बीजेपी ने उन्हें सपा के गढ़ करहल में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के खिलाफ उतारा है।