मुंबई की सड़कों पर आज महाविकास आघाड़ी महामोर्चा और सत्तारूढ़ बीजेपी आमने सामने हैं. दोनों गुट अलग अलग मुद्दे पर आमने सामने हैं. पहले ही दोनों गुटों ने प्रदर्शन का एलान कर दिया था.
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महा विकास अघाड़ी ने एक ओर महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ विरोध मार्च निकालने का फैसला किया है तो सत्तारूढ़ बीजेपी ने महा विकास अघाड़ी पर हिंदू देवी-देवताओं पर अपमान का आरोप लगाते हुए माफी मांगने के लिए विरोध मार्च का ऐलान किया है.
ग़ौरतलब है कि मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा है कि शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने अंबेडकर की जन्मभूमि पर विवाद पैदा करने की कोशिश की. साथ ही उन्होंने कहा कि एक अन्य नेता सुषमा अंधारे ने भगवान राम, भगवान कृष्ण, संत ज्ञानेश्वर और संत एकनाथ के साथ-साथ वारकरी समुदाय का ‘अपमान’ किया.
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि शिवसेना के नेताओं द्वारा हिंदू देवताओं का अपमान किया है और हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया है. लेकिन इन सबके बावजूद उद्धव ठाकरे अपनी चुप्पी तोड़ने को तैयार नहीं है. उन्हें अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए.
वहीं, महाविकास आघाड़ी का महामोर्चा का कहना है कि ‘बीजेपी सरकार, हमारे ऐलान से डर गई है.’ महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि बीजेपी एमवीए के निर्धारित विरोध मार्च से डर गई है क्योंकि यह लोगों के सरकार के प्रति अपने विरोध को सामने लाएगा. बीजेपी का विरोध मार्च हास्यास्पद है.