नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने सोमवार को देश के पहला विश्वस्तरीय मॉडल स्टेशन रानी कमलापति स्टेशन (Rani Kamalapati Station) का उद्घाटन किया। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के इस स्टेशन पर जहां अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (International Airport) की तर्ज पर यात्रियों को सभी सुविधाएं मुहैया कराई गईं हैं। इस स्टेशन को सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत विकसित किया गया है। रानी कमलापति स्टेशन परियोजना की कुल लागत लगभग 450 करोड़ रुपये है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आज के दिन को भोपाल, मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) और देश के लिए अहम बताया। उन्होंने कहा कि एक समय था जब लोगों ने रेलवे की सुविधाओं में सुधार की उम्मीद छोड़ दी थी लेकिन हम उन उम्मीदों को पूरा करने का काम कर रहे हैं।
पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि बीते सात वर्षों में हर साल औसतन ढाई हजार किमी ट्रैक कमीशन किया गया है। इससे पहले के वर्षों में यह 1500 किमी के आसपास ही होता था। उन्होंने बताया कि रेलवे ट्रैक के विद्युतीकरण की रफ्तार पांच गुना तक बढ़ गई है। देश के मजबूत होते रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर (Railway Infrastructure) का लाभ किसानों, छात्रों, व्यापारियों और उद्यमियों को होता है। अब किसान रेलवे के जरिए अपनी उपज देश के कोने-कोने में भेज सकते हैं, रेलवे उन्हें इसमें छूट भी दे रहा है।
Improving railways infrastructure in Bhopal. https://t.co/SWwhd8gt4N
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2021
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश आत्मनिर्भर संकल्प के साथ देश आने वाले वर्षों के लिए खुद को तैयार कर रहा है। आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए रिकॉर्ड निवेश तो कर ही रहे हैं यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि ये काम समय से पूरे हों। उन्होंने कहा कि बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर की जरूरत को समझा जा रहा है और इसके लिए निवेश भी बढ़ाया जा रहा है।
पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं की देश के करदाताओं को और मध्यमवर्ग को हमेशा उम्मीद रही है। यही इन करदाताओं का सही सम्मान है। रेलवे स्टेशनों के पूरे ईकोसिस्टम को इसी तरह से बदलने के लिए आज देश के 175 से अधिक स्टेशनों का कायाकल्प किया जा रहा है और नई ट्रेनें चलाने की तैयारी की जा रही है।
मोदी ने कहा कि एक समय था जब रेलवे के इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट को ड्राइंग बोर्ड से जमीन पर उतरने में सालों-साल लग जाते थे। मेरे सामने कई प्रोजेक्ट ऐसे आए जो 35 साल पहले घोषित कर दिए गए थे, लेकिन अभी तक पूरे नहीं हो पाए। रेलवे में जितनी जल्दी नए प्रोजेक्ट की प्लानिंग की है उतनी ही गंभीरता उन्हें समय पर पूरा करने की भी है।
पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि भारतीय रेलवे की स्थिति एक समय में इतनी बिगड़ गई थी कि लोगों ने इस बात को मान लिया था कि इसमें सुधार नहीं होने वाला और सुधार की उम्मीदें छोड़ दी थीं। लेकिन जब देश ईमानदारी से संकल्पों की सिद्धि से जुड़ता है तो सुधार आता ही आता है, परिवर्तन होता ही होता है। यह हमने बीते वर्षों में लगातार देखा है।
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सपने किस तरह सच होते हैं भारतीय रेलवे इसका उत्तम उदाहरण बन रहा है। छह-सात साल पहले जिसका पाला रेलवे से पड़ता था वह इसे कोसते हुए ही नजर आता था। स्टेशनों पर गंदगी, ट्रेनों की लेटलतीफी, स्टेशनों पर बैठने और खाने पीने की असुविधा, सुरक्षा की भी चिंता व दुर्घटना का डर जैसी समस्याएं थीं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भोपाल के इस ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन का केवल कायाकल्प ही नहीं हुआ है, बल्कि किन्नौरगढ़ की रानी कमलापति का इससे नाम जुड़ने से इसका महत्व और बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि गोंडवाना के गौरव से आज भारतीय रेल का गौरव भी जुड़ गया है। यह सब ऐसे समय में हुआ है जब आज देश जनजातीय गौरव दिवस मना रहा है। मैं सबको इसकी बधाई देता हूं।
मुख्यमंत्री शिवराज ने प्रधानमंत्री मोदी का दिया धन्यवाद
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Madhya Pradesh Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन (Habibganj railway station) का नाम आदिवासी रानी कमलापति के नाम पर रखने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि रानी कमलापति वह गोंड समाज की शान थीं। वह आखिरी हिंदू रानी थीं। भोपाल के(Habibganj railway station) का नाम बदलकर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन (Rani Kamalapati Railway Station) कर दिया गया है। हबीबगंज स्टेशन (Habibganj railway station) का नाम आखिरी हिंदू आदिवासी रानी कमलापति के नाम पर रखने का केंद्र का यह फैसला मध्यप्रदेश सरकार की अनुशंसा पर है।