नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने नेशनल कोऑपरेटिव एक्पोर्ट्स लिमिटेड (NCEL) को नौ लाख टन टूटे चावल और 35,000 टन गेहूं और उससे जुड़े उत्पादों के निर्यात की मंजूरी दे दी है। ताजा गजट नोटिफिकेशन (Gazette Notification)के अनुसार सरकार ने 34,756 टन गेहूं व उससे बने उत्पाद और 8,98,804 टन टूटे चावल के निर्यात की मंजूरी दे दी है।
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नोटिफिकेशन (Notification) के अनुसार एनसीईएल (NCEL) ने भूटान को 15,226 टन मैदा-सेमोलिना और 14,184 टन गेहूं के निर्यात को हरी झंडी दिखा दी है। इसके अलावे 5,326 टन गेहूं के आटे और 48,804 टूटा चावल भी भूटान को निर्यात किया जा सकेगा।
नोटिफिकेशन के अनुसार कोऑपरेटिव को अगले छह महीने में पांच लाख टन टूटे चावल का निर्यात सेनेगल और 50,000 टन टूटे चावल के निर्यात को मंजूरी दी गई है। एनसीईएल (NCEL) को दो लाख टन टूटा चावल इंडोनेशिया (Indonesia) को निर्यात करने की मंजूरी दी गई है। जबकि माली को एक लाख टन टूटे चावल के निर्यात की मंजूरी मिली है। सरकार ने घरेलू बाजार (Domestic Market)में गेहूं और टूटे चावल की कीमतों को स्थिर रखने के लिए पिछले साल प्रतिबंधित कर दिया था। हालांकि उस दौरान सरकार से सरकार के स्तर पर होने निर्यात को मंजूरी देने की बात कही गई थी।