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सोमवार से खुलेगा आयकर विवरण भरने का नया आनलाइन पोर्टल, प्रासेसिंग, रिफंड में शीघ्रता

By प्रीति कुमारी 
Updated Date

आयकर विभाग ने शनिवार को कहा कि वह सात जून को एक नया पोर्टल शुरू कर रहा जिस पर करदाता आनलाइन विवारण प्रस्तुत कर सकेंगे। यह पोर्टल प्रस्तत विवरण की तत्काल प्रोसेसिंग की सुविधा से जुड़ा होगा और इससे कर रिफंड की प्रक्रिया भी शीघ्र पूरी की जा सकेगी। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड की एक विज्ञप्ति के अनुसार यह पोर्टल इनकमटैक्स.जीओवी.इन  सात जून को शुरू किया जाएगा।इससे करदाताओं को विवरण प्रस्तुत करने में सहजता का अनुभव होगा। बयान के मुताबिक सीबीडीटी एक नयी कर भुगतन प्रणाली भी 18 जून का शुरू करने जा रहा है। पोर्टल पेश किए जाने के बाद में मोबाइल ऐप भी जारी किया जाएगा ताकि करदाता उसकी विभिन्न सुविधाओं से परिचित हो सकें।

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वित्त मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी बयान के अनुसार, मई में कुल जीएसटी संग्रह 1,02,709 करोड़ रुपये रहा। इसमें केंद्रीय जीएसटी  का हिस्सा 17,592 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी का हिस्सा 22,653 करोड़ रुपये और एकीकृत जीएसटी का हिस्सा 53,199 करोड़ रुपये रहा। इसमें 26,002 करोड़ रुपये वस्तुओं के आयात पर जुटाए गए जबकि उपकर का हिस्सा 9,265 करोड़ रुपये रहा। उपकर में 868 करोड़ रुपये वस्तुओं के आयात पर जुटाए गए। कोविड-19 की दूसरी लहर की वजह से करदाताओं को मई में 15 दिन की देरी से रिटर्न दाखिल करने पर ब्याज में छूट/कटौती के रूप में राहत दी गई है। मंत्रालय ने कहा कि कई राज्यों में सख्त लॉकडाउन के बावजूद संग्रह का आंकड़ा एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है।

मई, 2021 में वस्तुओं के आात पर राजस्व पिछले साल के समान महीने की तुलना में 56 प्रतिशत अधिक रहा। वहीं घरेलू लेनदेन पर राजस्व एक साल पहले के सामन महीने से 69 प्रतिशत ऊंचा रहा। इसके अलावा पांच करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार वाले करदाताओं को अपना कर रिटर्न चार जून तक दाखिल करना था। सामान्य परिस्थिति में उन्हें यह रिटर्न 20 मई तक दाखिल करना पड़ता। वहीं पांच करोड़ रुपये से कम के कारोबार वाले करदाताओं के पास रिटर्न दाखिल करने के लिए बिना विलंब शुल्क और ब्याज के जुलाई के पहले सप्ताह तक का समय है। ऐसे में इन करदाताओं से मिलने वाले राजस्व का अभी आकलन नहीं हुआ है। मंत्रालय ने कहा कि ऐसे में मई, 2021 के लिए वास्तविक राजस्व का आंकड़ा कहीं ऊंचा रहेगा।

कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव सीमित रहा है। मई, 2021 में जीएसटी संग्रह पिछले साल के समान महीने की तुलना में 65 प्रतिशत अधिक है। मई, 2020 में जीएसटी संग्रह 62,009 करोड़ रुपये रहा था। पिछले साल कोविड-19 महामारी की वजह से राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन से आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई थीं। इससे जीएसटी संग्रह में भी गिरावट आई थी। हालांकि, मई महीने का जीएसटी संग्रह अप्रैल, 2021 के 1.41 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड से कम रहा है।

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