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दारुल उलूम देवबंद परिसर में महिलाओं और लड़कियों की ‘No Entry’, जानें क्या है वजह?

By संतोष सिंह 
Updated Date

सहारनपुर। यूपी (UP) के सहारनपुर जिले (Saharanpur District) के इस्लामिक सेमिनरी दारुल उलूम देवबंद (Darul Uloom Deoband)  महिलाओं और लड़कियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। सेमिनरी के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी (Mohtamim Maulana Mufti Abul Qasim Nomani) ने कहा कि देश भर से कई लोगों ने सेमिनरी के अंदर शूट किए गए “रील्स” के बारे में शिकायतें दर्ज कीं और सोशल मीडिया पर वायरल किया है। मोहतमिम ने कहा कि इन शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए सेमिनरी परिसर में महिलाओं और लड़कियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

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मोहतमिम ने कहा कि रशीदिया मस्जिद (Rashidiya Mosque) में पहले से ही महिलाओं और लड़कियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, जिसे अब पूरे परिसर में लागू कर दिया गया है। मोहतमिम ने कहा कि गार्डों को महिलाओं और लड़कियों को प्रतिबंध के बारे में सूचित करने और उन्हें वापस जाने के लिए मनाने का निर्देश दिया गया है।

उन्होंने कहा कि मदरसे में बड़ी संख्या में महिलाएं आती थीं और उनमें से कई वीडियो बनाने में लगी रहती थीं और इसके बाद वे इन रीलों को सोशल मीडिया पर वायरल कर देती थीं। जिससे मदरसे की छवि भी खराब हो रही थी। दारुल उलूम (Darul Uloom) एक स्कूल है और किसी भी स्कूल में इस तरह की हरकतें स्वीकार्य नहीं हैं। इतना ही नहीं दारुल उलूम में शिक्षा का नया सत्र शुरू हो गया है। भीड़भाड़ के कारण छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही थी। इसकी शिकायत भी कई बार छात्रों द्वारा की जा चुकी है। दारुल उलूम की लाइब्रेरी (Darul Uloom Library) और अन्य इमारतों की खूबसूरती देखने के लिए महिलाएं अक्सर वहां जाती थीं।

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