नोएडा। टोक्यो पैरालिंपिक 2020 (Tokyo Paralympics 2020) में मेडल जीतकर नोएडा के जिलाधिकारी (Noida DM) सुहास एलवाई (Suhas LY) भारत का नाम रोशन किया था। इस उपलब्धि के बाद अब सुहास एलवाई (Suhas LY) ने ऐसा नया कीर्तिमान बनाया है। बता दें कि केंद्र सरकार के तरफ से दिए जाने वाले अर्जुन अवॉर्ड (Arjun Award 2021) के लिए सुहास एलवाई (Suhas LY) का नाम की सिफारिश की गई है। अगर सुहास एलवाई (Suhas LY) को अर्जुन अवॉर्ड (Arjuna Award) से सम्मानित किया जाता है। तो वह पहले ऐसे आईएएस अधिकारी बन गए हैं, जिन्हें यह सम्मान दिया जाएगा।
पढ़ें :- आयोग के झुकने के बाद भी छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी, RO/ARO पर फंसा पेंच
बता दें कि टोक्यो ओलिंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में भारत की ओर से जैवलिन में गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा के साथ कुल 11 खिलाड़ियों को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न (Major Dhyan Chand Khel Ratna) के लिए नामित किया गया है। इतना ही नहीं, इसके अलावा 35 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड 2021 (Arjun Award 2021) से सम्मानित किए जाने के लिए चुना गया है। इसमें टोक्यो पैरालिंपिक 2020 (Tokyo Paralympics 2020) में बैडमिंटन मुकाबले में सिल्वर मेडल जीतने वाले नोएडा के जिलाधिकारी (Noida DM) सुहास एलवाई (Suhas LY) का नाम शामिल है।
कर्नाटक के शिमोगा में हुआ था जन्म
सुहास एलवाई (Suhas LY) मूलरूप से कर्नाटक के शिमोगा में जन्मे हैं। बता दें कि इस पैर पूरी तरह से फिट न होने के बावजूद उन्होंने खेल को लेकर अपनी दिलचस्पी बरकरार रखी है। सुहास एलवाई ने अपनी शुरुआती पढ़ाई गांव से की। फिर सूरतकर शहर में सुहास एलवाई (Suhas LY) ने नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी से कम्प्यूटर साइंस (Computer Science from National Institute of Technology) में इंजीनियरिंग की। साल 2005 में सुहास एलवाई के पिता का निधन हो गया था। यूपीएससी की तैयारी में जुटे सुहास एलवाई (Suhas LY) 2007 में यूपी कैडर से आईएएस अफसर (IAS officer from UP cadre) बन गए थे।