लखनऊ। BSP सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने जातीय जनगणना को लेकर केंद्र की मोदी सरकार (Modi government) पर हमला बोला है। सुप्रीम कोर्ट के हलफनामे का हवाला देकर बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि बीजेपी की ओबीसी राजनीति का पर्दाफाश हुआ है। उन्होंने कहा कि एससी व एसटी की तरफ ही ओबीसी वर्ग की जातीय जनगणना कराने की मांग जोर पकड़ ली है।
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केंद्र सरकार पर हमला करते हुए मायावती (Mayawati) ने कहा कि इनकी कथनी और करनी में बहुत ही अंतर है। मायावती (Mayawati) ने इसको लेकर ट्वीट किया है। इन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, केन्द्र सरकार द्वारा माननीय सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल करके पिछड़े वर्गों की जातीय जनगणना कराने से साफ तौर पर इन्कार कर देना यह अति-गंभीर व अति-चिन्तनीय, जो भाजपा के चुनावी स्वार्थ की ओबीसी राजनीति का पर्दाफाश व इनकी कथनी व करनी में अन्तर को उजागर करता है। सजगता जरूरी।
1. केन्द्र सरकार द्वारा माननीय सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल करके पिछड़े वर्गों की जातीय जनगणना कराने से साफ तौर पर इन्कार कर देना यह अति-गंभीर व अति-चिन्तनीय, जो भाजपा के चुनावी स्वार्थ की ओबीसी राजनीति का पर्दाफाश व इनकी कथनी व करनी में अन्तर को उजागर करता है। सजगता जरूरी।
— Mayawati (@Mayawati) September 24, 2021
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इसके साथ ही मायावती (Mayawati) ने ट्वीट में लिखा है कि, एससी व एसटी की तरह ही ओबीसी वर्ग की भी जातीय जनगणना कराने की मांग पूरे देश में काफी जोर पकड़ चुकी है, लेकिन केन्द्र का इससे साफ इंकार पूरे समाज को उसी प्रकार से दुःखी व इनके भविष्य को आघात पहुंचाने वाला है जैसे नौकरियों में इनके बैकलॉग को न भरने से लगातार हो रहा है।
गौरतलब है कि, केंद्र की तरफ से साफ कर दिया गया है कि वो जनगणना में ओबीसी जातियों की गिनती नहीं करवाएगी। सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एक हलफनामे में केंद्र ने कहा है कि इस तरह की जनगणना व्यावहारिक नहीं है।