Manipur Violence: पिछले डेढ़ साल से सामुदायिक हिंसा की चपेट रहे मणिपुर में एक बार हालात बिगड़ते जा रहे हैं। पूर्वोत्तर राज्य में लगातार हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं। इस बीच रविवार को जिरीबाम जिले में हिंसक भीड़ ने भाजपा और कांग्रेस में तोड़-फोड़ व आगजनी की। वहीं, भीड़ को तितर-बितर करने में सुरक्षाबलों की ओर से की गयी फायरिंग में एक युवक की मौत गयी।
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जिरीबाम जिले के बाबूपुरा में रविवार रात करीब 11 बजे उग्र भीड़ ने पुलिस स्टेशन से लगभग 500 मीटर की दूरी पर भाजपा और कांग्रेस के दफ्तरों में लूटपाट और तोड़फोड़ की। इस दौरान उग्र प्रदर्शनकरियों ने दफ्तरों के फर्नीचर को बाहर निकालकर आग के हवाले भी कर दिया। वहीं, हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने और स्थिति को काबू करने के लिए सुरक्षाबलों ने फायरिंग की। इस फायरिंग में एक गोली 20 वर्षीय अथौबा (K Athouba) नाम के युवक को लगी और वह घायल हो गया। वहीं, घायल युवक की मौत हो गई।
हिंसा के बाद सुरक्षाबलों ने हिंसाग्रस्त इलाकों में मोर्चाबंदी करते हुए इलाकों में 107 नाके और चेकपोस्ट स्थापित किए हैं, जिसमें पहाड़ी और घाटी इलाके शामिल हैं। इससे पहले इंफाल (Imphal) के ख्वायरमबंद कीथेल (Khwairamband Keithel) में छह लोगों- तीन महिलाओं और तीन बच्चों के अपहरण और हत्या को लेकर विरोध प्रदर्शन देखा गया। प्रदर्शनकारियों ने मंत्रियों और विधायकों पर बढ़ती हिंसा को रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया।
इस दौरान भाजपा विधायक और मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के दामाद राजकुमार इमो सिंह, रघुमणि सिंह और सपम कुंजकेश्वर, निर्दलीय विधायक सपम निशिकांत के घर को भी निशाना बनाया गया। इंफाल में स्वास्थ्य मंत्री सपम रंजन और उपभोक्ता मामलों के मंत्री एल सुसिन्द्रो सिंह के घरों में भी तोड़फोड़ की गयी।