लखनऊ। इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ ने रेलवे सुरक्षा विशेष बल, लखनऊ व बाबू सुन्दर सिंह इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाॅजी एण्ड मैनेजमेन्ट, लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान मे आरपीएसएफ के जवानों व विद्यार्थियों हेतु एक कौशल सम्वर्धन कार्यशाला का आयोजन शनिवार को इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ के सभागार में किया गया। इस कार्यक्रम में साइबर सुरक्षा, मानव तस्करी व मुक्त व दूरस्थ शिक्षा के विषय में प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
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कार्यक्रम में आरपीएसएफ के अधिकारियों, जवानों व विद्यार्थियों समेत लगभग 200 लोगों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आनन्द शेखर सिंह, चेयरपर्सन, बाबू सुन्दर सिंह इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाॅजी एण्ड मैनेजमेन्ट, लखनऊ द्वारा की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सहरीश सिद्दीकी, कमाडिंग ऑफिसर, थर्ड बटालियन, आरपीएसएफ लखनऊ रहीं।
साइबर सुरक्षा, दूरस्थ शिक्षा व एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग के विषय में करना था जागरूक : डाॅ. कीर्ति विक्रम सिंह
सहायक क्षेत्रीय निदेशक डाॅ. कीर्ति विक्रम सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया एवं अपने उद्बोधन में कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य आरपीएसएफ के जवानों व विद्यार्थियों को साइबर सुरक्षा, दूरस्थ शिक्षा व एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग के विषय में जागरूक करना था, जिससे वे राष्ट्रीय सुरक्षा में अहम भूमिका निभा सकें।
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साइबर सुरक्षा व एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग से सम्बन्धित पाठ्यक्रम में नामांकन हेतु प्रेरित किया
वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशिका डाॅ. मनोरमा सिंह ने दूरस्थ शिक्षा की विशेषताओं के बारे में विस्तार से बताया। इसकी उपयोगिता के विषय में चर्चा की। उन्होंने आरपीएसएफ के अधिकारियों व जवानों को विश्वविद्यालय द्वारा संचालित साइबर सुरक्षा व एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग से सम्बन्धित पाठ्यक्रम में नामांकन हेतु प्रेरित किया।
अधिकारियों व जवानों की साइबर सुरक्षा व एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग विषय में ज्ञान बढ़ेगा: सहरीश सिद्दीकी
सहरीश सिद्दीकी, कमाडिंग ऑफिसर, थर्ड बटालियन, आरपीएसएफ , लखनऊ ने इग्नू द्वारा की गयी इस पहल का स्वागत किया। कहा कि इस कौशल सम्वर्धन कार्यक्रम में भाग लेने से अधिकारियों व जवानों की साइबर सुरक्षा व एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग विषय में ज्ञान बढ़ेगा, जिससे वे अपने कर्तव्यों का निर्वाहन और अच्छे तरीके से कर पायेंगें।
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चीफ स्टैण्डिंग काउन्सिल, हाईकोर्ट, लखनऊ शैलेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षा जीवन परियन्त चलने वाली प्रक्रिया है। हर व्यक्ति के अन्दर ज्ञानार्जन की इच्छा होनी चाहिए। मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा पद्धति के माध्यम से ऐसे लोग जो सेना एवं पुलिस में कार्यरत हैं, वे भी अपना ज्ञानवर्धन कर सकते हैं। साइबर सुरक्षा व एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग विषय पर आयोजित आज का कार्यक्रम इस क्षेत्र में एक सार्थक पहल है।
इन्टरनेट के युग में साइबर अपराधों में अत्यधिक वृद्धि हुई , इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को भी खतरा पहुंचा
चेयरपर्सन, बाबू सुन्दर सिंह इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाॅजी एण्ड मैनेजमेन्ट, लखनऊ आनन्द शेखर सिंह ने कहा कि वैश्विकरण एवं इन्टरनेट के इस युग में साइबर अपराधों में अत्यधिक वृद्धि हुई है एवं इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को भी खतरा पहुंचा है। इग्नू द्वारा साइबर सुरक्षा पर आयोजित इस कार्यशाला के माध्यम से जनमानस की इस विषय पर समझ बढे़गी, जिससे साइबर अपराधों को कम किया जा सकता है।
डाॅ. वरूण छांछर, एसोशिएट प्रोफेसर, लखनऊ विश्वविद्यालय ने एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग विषय पर अपना व्याख्यान दिया। उन्होनें एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग से सम्बन्धि संवैधानिक धाराओं के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि आमजन के कुछ कर्तव्य हैं, जिनके माध्यम से ट्रैफिकिंग की वारदातों को कम किया जा सकता है।
साइबर सिक्युरिटी एक्सपर्ट,राहुल मिश्रा ने साइबर सुरक्षा व साइबर अपराधों के विषय पर अपना व्याख्यान दिया। मो. अस्लम, एडयुटेंट, थर्ड बटालियन, आरपीएसएफ , लखनऊ ने विषय से सम्बन्धित अपना उद्बोधन दिया और कहा कि आरपीएसएफ हमेशा यह प्रयास करता है। उनके अधिकारियों के कौशल उन्नयन हेतु समय-समय पर ऐसी कार्यशालाएं आयोजित कि जायें, जिससे वे अपने कर्तव्यों का निर्वाहन और सजकता से कर सकें।