नई दिल्ली। यूपी के पीलीभीत जिले से बीजेपी ( BJP) के सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने आज ट्विटर पर एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) को उनके द्वारा रोजगार के आंकड़ों (Employment Data) का जिक्र करने के लिए धन्यवाद दिया है। ओवैसी ने बताया कि देश में केंद्र और राज्य सरकार के 60 लाख से अधिक स्वीकृत पद खाली हैं, जबकि बेरोजगारी रिकॉर्ड उच्च स्तर पर है।
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बेरोज़गारी आज देश का सबसे ज्वलंत मुद्दा है और पूरे देश के नेताओं को इस मुद्दे पर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराना चाहिए। बेरोज़गार नौजवानों को न्याय मिलना चाहिए,तभी देश शक्तिशाली बनेगा।
मैं आभारी हूँ की रोजगार के ऊपर उठाए गए मेरे सवालों का @asadowaisi जी ने अपने भाषण में ज़िक्र किया। pic.twitter.com/MAqfTOtHKZ
— Varun Gandhi (@varungandhi80) June 13, 2022
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ओवैसी को उनके भाषण के एक वीडियो में विभागवार रिक्त पदों की संख्या पढ़ते हुए देखा जा सकता है। वे यह बताते हैं कि यह उनका डेटा नहीं है, बल्कि बीजेपी सांसद वरुण गांधी द्वारा प्रदान किया गया है। वरुण गांधी ने असदुद्दीन ओवैसी के भाषण का एक वीडियो क्लिप ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि बेरोज़गारी आज देश का सबसे ज्वलंत मुद्दा है। पूरे देश के नेताओं को इस मुद्दे पर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराना चाहिए। बेरोज़गार नौजवानों को न्याय मिलना चाहिए,तभी देश शक्तिशाली बनेगा। वरुण गांधी ने कहा कि ”मैं आभारी हूं कि रोजगार के ऊपर उठाए गए मेरे सवालों का असदुद्दीन ओवैसी जी ने अपने भाषण में ज़िक्र किया है।
जब बेरोजगारी 3 दशकों के सर्वोच्च स्तर पर है तब यह आँकड़े चौंकाने वाले हैं।
जहां भर्तियाँ न आने से करोड़ों युवा हताश व निराश है, वहीं ‘सरकारी आँकड़ों’ की ही मानें तो देश में 60 लाख ‘स्वीकृत पद’ खाली हैं।
कहाँ गया वो बजट जो इन पदों के लिए आवंटित था?
यह जानना हर नौजवान का हक है! pic.twitter.com/dxtn64IeRz
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— Varun Gandhi (@varungandhi80) May 28, 2022
वरुण गांधी इससे पहले मंत्रालयों और विभागों में रिक्त पदों की संख्या के विवरण के साथ एक ग्राफिक ट्वीट कर चुके हैं। इसमें उन्होंने कहा है कि ”जब बेरोजगारी तीन दशकों के सर्वोच्च स्तर पर है तब यह आंकड़े चौंकाने वाले हैं। जहां भर्तियां न आने से करोड़ों युवा हताश व निराश हैं, वहीं ‘सरकारी आंकड़ों’ की ही मानें तो देश में 60 लाख ‘स्वीकृत पद’ खाली हैं। कहां गया वो बजट जो इन पदों के लिए आवंटित था? यह जानना हर नौजवान का हक है।
वरुण गांधी हाल ही में सरकारी पदों के रिक्त होने का मुद्दा उठाते रहे हैं। उनका कहना है कि नौकरी के इच्छुक लोग हताश हैं और प्रशासनिक अक्षमता की कीमत चुका रहे हैं। वह अक्सर पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर और केंद्र पर सवाल उठाकर बीजेपी को सार्वजनिक रूप से शर्मिंदा करते रहे हैं।