Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. एस्ट्रोलोजी
  3. पंचांग • रविवार, 19 सितंबर, 2021

पंचांग • रविवार, 19 सितंबर, 2021

By प्रीति कुमारी 
Updated Date

पंचांग • रविवार, 19 सितंबर, 2021
विक्रम संवत – 2078, आनंद
शक संवत – 1943, प्लावस
पूर्णिमांत – भाद्रपद
अमंत मास – भाद्रपद

पढ़ें :- 30 अप्रैल 2024 का राशिफलः मंगलवार के दिन इन राशियों पर बरसेगी कृपा, जानिए क्या कहते हैं आपके सितारे?

तिथि
शुक्ल पक्ष चतुर्दशी – 19 सितंबर 06:00 पूर्वाह्न – 20 सितंबर 05:28 पूर्वाह्न
शुक्ल पक्ष पूर्णिमा – 20 सितंबर 05:28 पूर्वाह्न – 21 सितंबर 05:24 पूर्वाह्न

नक्षत्र
शतभिषा – सितम्बर 19 03:21 पूर्वाह्न – 20 सितम्बर 03:28 पूर्वाह्न
पूर्व भाद्रपद – 20 सितंबर 03:28 पूर्वाह्न – 21 सितंबर 04:02 पूर्वाह्न

करण
गरिजा – सितंबर 19 06:00 पूर्वाह्न – 19 सितंबर 05:41 अपराह्न
वनिजा – 19 सितंबर 05:41 अपराह्न – 20 सितंबर 05:28 पूर्वाह्न
विष्टी – 20 सितंबर 05:28 पूर्वाह्न – 20 सितंबर 05:22 अपराह्न

योग
धृति – 18 सितंबर 06:24 अपराह्न – 19 सितंबर 04:44 अपराह्न
सूला – 19 सितंबर 04:44 अपराह्न – 20 सितंबर 03:23 अपराह्न

पढ़ें :- Akshaya Tritiya Special: इस अक्षय तृतीया तिथि पर बन रहा बेहद शुभ योग, जाने डेट और शुभ मुहूर्त

वारा
रविवर (रविवार)

त्यौहार और व्रत
गणेश विसर्जन

सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 6:18 AM
सूर्यास्त – 6:22 अपराह्न
चंद्रोदय – सितम्बर 19 5:44 अपराह्न
चंद्र अस्त – सितम्बर 20 5:25 पूर्वाह्न

अशुभ काल
राहु – 4:52 अपराह्न – 6:22 अपराह्न
यमगंडा – 12:20 अपराह्न – 1:51 अपराह्न
गुलिक – 3:21 अपराह्न – 4:52 अपराह्न
दुर मुहूर्त – 04:46 अपराह्न – 05:34 अपराह्न
वर्ज्यम – 10:01 पूर्वाह्न – 11:39 पूर्वाह्न

शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त – 11:56 पूर्वाह्न – 12:44 अपराह्न
अमृत ​​काल – 08:14 अपराह्न – 09:50 अपराह्न
ब्रह्म मुहूर्त – 04:42 पूर्वाह्न – 05:30 पूर्वाह्न

पढ़ें :- Ek Mukhi Rudraksha : एकमुखी रुद्राक्ष शक्ति- ऊर्जा का प्रबल स्रोत माना जाता है , धारण करने से व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है

आनंददी योग
राक्षस तक – 03:28 AM

सूर्या रसी
कन्या (कन्या) में सूर्य

चंद्र रासी
चंद्रमा कुंभ (कुंभ) में भ्रमण करता है

चंद्र मास
अमंता – भाद्रपद
पूर्णिमांत – भाद्रपद
शक वर्ष (राष्ट्रीय कैलेंडर) – भाद्रपद 28, 1943
वैदिक ऋतु – वर्षा (मानसून)
ड्रिक रितु – शरद (शरद ऋतु)

चंद्राष्टम
1. पुनर्वसु अंतिम १ पदम, पुष्य , अश्लेषा

पढ़ें :- Shaniwar Ke Upay : शनिवार के दिन करें ये उपाय , मिलेगी शनि दोष से मुक्ति
Advertisement