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Parliament Budget Session Live : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संसद में अभिभाषण : बोलीं- ‘ये युग निर्माण का अवसर, हमें आत्मनिर्भर भारत बनाना है’

By संतोष सिंह 
Updated Date

Parliament Budget Session Live : संसद (Parliament) के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) संबोधित कर रही है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) का संसद (Parliament)  में यह पहला अभिभाषण है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अमृतकाल का यह 25 वर्ष का कालखंड, स्वतन्त्रता की स्वर्णिम शताब्दी का, और विकसित भारत के निर्माण का कालखंड है। ये 25 वर्ष हम सबके लिए और देश के प्रत्येक नागरिक के लिए कर्तव्यों की पराकाष्ठा करके दिखाने के हैं।

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने कहा कि 2047 तक हमें ऐसे देश का निर्माण करना है, जो अतीत के गौरव से जुड़ा हो और जिसमें आधुनिकता के सभी स्वर्णिम अध्याय हों। हमें एक ऐसे भारत का निर्माण करना है जो ‘आत्मनिर्भर’ हो और अपने मानवीय कर्तव्यों को पूरा करने में सक्षम हो।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने कहा कि मैं आज इस सत्र के माध्यम से, देशवासियों का आभार व्यक्त करती हूं कि उन्होंने लगातार दो बार, एक स्थिर सरकार को चुना है। मेरी सरकार ने देशहित को सदैव सर्वोपरि रखा, नीति-रणनीति में संपूर्ण परिवर्तन की इच्छाशक्ति दिखाई। जो भारत कभी अपनी समस्याओं के समाधान के लिए दूसरों पर निर्भर था, वही आज दुनिया की समस्याओं के समाधान का माध्यम बना है। जिन सुविधाओं के लिए देश की एक बड़ी आबादी ने दशकों तक इंतजार किया, वे इन वर्षों में उसे मिली है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने कहा कि सरकार के लगभग नौ वर्षों में भारत के लोगों ने अनेक सकारात्मक परिवर्तन पहली बार देखे हैं। सबसे बड़ा परिवर्तन यह हुआ है कि आज हर भारतीय का आत्मविश्वास शीर्ष पर है और दुनिया का भारत को देखने का नजरिया बदला है। हमारे लिए युग निर्माण का अवसर है। हमें ऐसा भारत बनाना है जो आत्मनिर्भर है और जो अपने मानवीय दायित्व को पूरा करने में समर्थ हो, जिसमें गरीबी न हो, जिसका मध्यम वर्ग भी वैभव से युक्त हो। जिसकी युवाशक्ति, नारी शक्ति समाज और राष्ट्र को दिशा देने के लिए खड़ी हो।

जिस आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर की हम कभी कामना करते थे, वह आज बनना शुरू हुआ है। आज भारत में ऐसा डिजिटल नेटवर्क बना है, जिससे पूरी दुनिया प्रेरणा ले रही है। बड़ी-बड़ी योजनाओं में जिस भ्रष्टाचार से देश मुक्ति चाहता था, उससे अब मुक्ति मिल रही है। पॉलिसी पैरालिसिस को हटाते हुए फैसले लेने के लिए भी सरकार जानी जाती है। इसलिए हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुके हैं।

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