Paush Month vrat Tyohar 2022 : पौष माह बहुत पुनीत माना जाता है।धर्म ग्रंथों में इस माह की बहुत महिमा बतायी गयी है। इस माह में सूर्य देव की पूजा करने का बड़ा महत्व है। पौष माह को पूस भी कहते है। पौष माह में खरमास लगता है। खरमास का प्रारंभ 16 दिसंबर से होगा।आज 09 दिसंबर दिन शुक्रवार से पौष माह यानि पूस का महीना शुरू हो चुका है, जो कि 7 जनवरी 2023 तक रहेगा और इस दौरान कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं होंगे।
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पंचांग के अनुसार, पौष माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ कल 08 दिसंबर को सुबह 09 बजकर 37 मिनट से हुआ था और इसका समापन आज सुबह 11 बजकर 34 मिनट तक है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, उदया तिथि के आधार पर पौष कृष्ण प्रतिपदा तिथि आज है। ऐसे में पौष माह का प्रारंभ आज से हुआ है।
उपाय
1. पौष माह में प्रत्येक दिन भगवान सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए। प्रात: स्नान के बाद सूर्य देव को जल में लाल फूल, लाल चंदन और अक्षत डालकर अर्पित करना चाहिए। सूर्य देव को अर्घ्य के समय सूर्य मंत्र का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से कार्य, पद, प्रतिष्ठा आदि में सफलता एवं वृद्धि होती है।
2.पौष माह में प्रत्येक रविवार को व्रत रखने से इसका विशेष फल मिलता है। इस व्रत में नमक का उपयोग न करें। मीठा भोजन करना चाहिए। इससे आप पर सूर्य देव प्रसन्न रहेंगे और कुंडली में उनका प्रभाव बढ़ेगा। जो आपके भाग्य में वृद्धि करने वाला होगा।