नई दिल्ली। देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में ‘वाणिज्य भवन’ का उद्घाटन किया। इसके बाद निर्यात पोर्टल का शुभारंभ करते हुए कहा कि नए भारत में सिटीजन सेंट्रिक गवर्नेंस के सफर पर देश बीते 8 वर्षों पर चल रहा है आज उस दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 8 वर्षों में भारत अपना एक्सपोर्ट लगातार बढ़ा रहा है, एक्सपोर्ट से जुड़े लक्ष्यों को प्राप्त कर रहा है। एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए बेहतर पॉलिसीज हों, प्रोसेस को आसान करना हो, प्रॉडक्ट्स को नए बाजार में ले जाना हो, इन सबने, इसमें बहुत मदद की है।
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देश को आज नया और आधुनिक वाणिज्य भवन और साथ ही निर्यात पोर्टल इन दोनों की एक नई भेंट मिल रही है। पीएम मोदी ने कहा कि आज देश के पहले उद्योग मंत्री डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्य तिथि भी है। उनकी नीतियां, उनके निर्णय, उनके संकल्प, उनके संकल्पों की सिद्धि, स्वतंत्र भारत को दिशा देने में बहुत अहम रहे। आज देश उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि दे रहा है।
The new Vanijya Bhawan will significantly benefit those associated with trade, commerce and MSME sector. https://t.co/aCUnDht6mB
— Narendra Modi (@narendramodi) June 23, 2022
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सरकार के प्रोजेक्ट्स बरसों तक लटके नहीं, समय पर पूरे हों, सरकार की योजनाएं अपने लक्ष्यों तक पहुंचे, तभी देश के टैक्सपेयर का सम्मान है। अब तो पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान के रूप में हमारे पास एक आधुनिक प्लेटफॉर्म भी है।
पीएम मोदी ने कहा कि वाणिज्य भवन इस कालखंड में कॉमर्स के क्षेत्र में हमारी उपलब्धियों का भी symbol हैं। मुझे याद है, शिलान्यास के समय मैंने इनोवेशन और ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में सुधार की ज़रूरत पर बल दिया था। आज हम ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 46वें स्थान पर है और लगातार सुधार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वाणिज्य भवन के शिलान्यास के दिन हमने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में सुधार की जरूरतों पर चर्चा की थी। आज जब इस भवन का लोकार्पण हो रहा है तब तक 32 हजार से अधिक अनावश्यक कंप्लायंसिस को हटाया जा चुका है। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले साल देश ने तय किया था कि हर चुनौती के बावजूद 400 बिलियन डॉलर यानि 30 लाख करोड़ रुपये के merchandize export का पड़ाव पार करना है। लेकिन हमने इसको भी पार करते हुए 418 बिलियन डॉलर यानि 31 लाख करोड़ रुपये के export का नया रिकॉर्ड बनाया।
सरकार ‘वोकल फॉर लोकल अभियान’, ‘वन डिस्टिक, वन प्रोडक्ट’ योजना के जरिए जो स्थानीय उत्पादों पर बल दे रही है उसने भी एक्सपोर्ट बढ़ाने में मदद की है। अब दुनिया के नए-नए देशों में हमारे अनेक प्रॉडक्ट्स पहली बार निर्यात किए जा रहे हैं।आज सरकार का हर मंत्रालय, हर विभाग, ‘whole of government’ अप्रोच के साथ एक्सपोर्ट बढ़ाने को प्राथमिकता दे रहा है। MSME मंत्रालय हो या फिर विदेश मंत्रालय, कृषि हो या कॉमर्स, सभी एक साझा लक्ष्य के लिए, साझा प्रयास कर रहे हैं।