Tulsi Vivah 2021: तुलसी विवाह कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन किया जाता है। तुलसी विवाह देवउठनी एकादशी के दिन किया जाता है। हिंदु धर्म के अनुसार इस दिन से ही शुभ व मांगलिक कार्यों की शुरुआत होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन विधि-विधान से तुलसी विवाह करने वालों पर भगवान विष्णु की विशेष कृपा बनी रहती है।इस बार 19 नवंबर को देवउठनी एकादशी है।
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ऐसी मान्यता है कि भगवान विष्णु जी को तुलसी जी बेहद प्रिय हैं। तुलसी का एक नाम वृंदा भी है। नारायण जागते ही सबसे पहली प्रार्थना हरिवल्लभा तुलसी की सुनते हैं।
तुलसी विवाह को देव जागरण का पवित्र मुहूर्त माना जाता है। तुलसी को पौधे को देवी लक्ष्मी का रूप कहा जाता है और वृंदा तुलसी के अवतारों में से एक है।
- तुलसी विवाह में सभी चीजें प्रयोग करनी चाहिए जो विवाह कराने में जरूरी होती हैं।
- तुलसी विवाह के लिए पारंपरिक तौर पर मंडप सजाना चाहिए।
- गन्ने का प्रयोग करके तुलसी विवाह के लिए मंडप सजाएं।
- तुलसी विवाह में लाल चुनरी का प्रयोग होना चाहिए।
- तुलसी विवाह में सुहाग की सारी सामग्री के साथ लाल चुनरी जरूर चढ़ाएं।