Afghanistan Crisis: बंदूखों के बल पर कब्जा जमाने वाले तालिबान (Taliban) की कूरता कम नहीं हो रही है। पिछले तीनो दिनों से अफगानिस्तान में तालीबानी अत्याचार (Taliban atrocities) चरम पर है। तालिबानी लड़ाके, बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग, प्रवासी सबको ढूंढ कर उन पर जुल्म कर रहा है। अफगानिस्तान में हो रही हिंसा और खून खराबे के बीच तालिबान के खिलाफ अफगानी नागरिक सड़कों पर उतर कर विरोध में हल्ला बोल दिया है।
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खबरों के अनुसार,अफगानिस्तान (Afghanistan) के लोग अब तालिबान के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। काबुल (Kabul) से लेकर कंधार और फिर जलालाबाद तक हर जगह अफगानी प्रदर्शन कर रहे हैं। कई जगहों से गोलीबारी की भी खबरें आ रही हैं। इसके बावजूद अफगानी अपने हक की लड़ाई के लिए सड़कों पर डटे हैं। कई लोगों को ये डर सता रहा है कि तालिबान महिलाओं के अधिकारों और मानवाधिकारों के विस्तार के दो दशकों के प्रयास को बर्बाद कर देगा।
Independence day protest in #kabul. Women and girls, men and boys screaming LONG LIVE #Afghanistan OUR NATIONAL FLAG IS OUR IDENTITY! They marched past #Taliban with some Talibs screaming back at protestors, waving their guns at them but finally the protestors passed. pic.twitter.com/yutJcmstAP
— Jordan Bryon (@jordan_bryon) August 19, 2021
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बृहस्पतिवार को काबुल हवाई अड्डे के पास लोगों ने कारों में सवार होकर मार्च निकाला। इस दौरान उनके हाथों में अफगान झंडे के सम्मान में लंबे काले, लाल और हरे बैनर थे। नांगरहार प्रांत में प्रदर्शन से जुड़ा एक वीडियो जारी किया गया है। इसमें दिख रहा है कि एक प्रदर्शनकारी को गोली लगी है, उसका खून बह रहा है और लोग उसे ले जाने की कोशिश कर रहे हैं। खोस्त प्रांत में तालिबान अधिकारियों ने प्रदर्शन को दबाने के बाद 24 घंटे का कर्फ्यू लगा दिया।
तालिबान ने रविवार को अफगानिस्तान पर कब्जा जमा लिया था। 20 साल तक चले युद्ध के बाद देश से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बीच तालिबान को अचानक मिली जीत से काबुल एयरपोर्ट पर अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो गई जहां से अमेरिका और संबद्ध देश अपने हजारों नागरिकों और सहयोगियों को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश में जुटे हुए हैं।