नई दिल्ली। राजस्थान (Rajasthan) में गैंगस्टर कुलदीप जघीना (Gangster Kuldeep Jaghina) की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। पुलिस की टीम गैंगस्टर कुलदीप (Gangster Kuldeep ) को जयपुर से भरतपुर कोर्ट लेकर आ रही थी। इस दौरान बदमाशों ने उस पर हमला कर दिया। हमले में कई गोलियां लगने से गैंगस्टर कुलदीप (Gangster Kuldeep की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बदमाशों ने पहले पुलिसकर्मियों की आंखों में मिर्ची झोंकी (Throwing Chili) और फिर गोली मारकर फरार हो गए। बता दें कि भाजपा नेता कृपाल सिंह जगीना हत्याकांड (BJP leader Kripal Singh Jagina Murder Case) में गैंगस्टर कुलदीप सिंह जगीना (Gangster Kuldeep Jaghina) को गिरफ्तार किया गया था।
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जानकारी के अनुसार जयपुर पुलिस की टीम गैंगस्टर कुलदीप सिंह जघीना (Gangster Kuldeep Jaghina) को सरकारी बस से भरतपुर ले जा रही थी। भरतपुर के अमोली टोल प्लाजा के पास बदमाशों ने जघीना पर फायरिंग कर दी। बदमाशों ने करीब 8-10 राउंड फायरिंग की। इस दौरान गोली लगने से जघीना की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस की टीम ने गैंगस्टर जघीना के शव को अस्पताल पहुंचाया। वहीं, घटना की सूचना पर भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद है।
बतादें कि पिछले दिनों हुए भाजपा नेता कृपाल सिंह जघीना हत्याकांड (BJP leader Kripal Singh Jagina Murder Case) के मामले में महाराष्ट्र की कोल्हापुर पुलिस के सहयोग से भरतपुर पुलिस ने गोवा पहुंचने से कुछ घंटे पहले कुलदीप सिंह जघीना समेत 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था। इस पुलिस गिरफ्तर में गैंगस्टर कुलदीप सिंह उर्फ गौरु पुत्र कुंवर जीत (28), प्रभाव सिंह उर्फ भोला पुत्र महावीर सिंह (22) एवं राहुल जाट पुत्र परमवीर सिंह (28) निवासी जघीना थाना उद्योग नगर, विश्वेंद्र सिंह पुत्र विजेंद्र सिंह (28) निवासी गांव पाली थाना हेलेना हाल शास्त्री नगर थाना मथुरा गेट और विजय पाल सिंह उर्फ भूरा पुत्र वीरेंद्र सिंह (28) निवासी नगला खंगर उवार थाना उद्योग नगर को गिरफ्तार किया था।
जमीनी विवाद और वर्चस्व की लड़ाई को लेकर रचा था षड्यंत्र
भरतपुर शहर में काली बगीची शीशम रोड पर स्थित बड़े भूखंड पर विवाद चल रहा था। इस भूखंड का सेटलमेंट कर जमीन से जुड़े सभी लोगों को निकालकर कुलदीप सिंह जघीना बेशकीमती जमीन को खरीद कर करोड़ों का सौदा कर पैसा कमाना चाहता था। कृपाल सिंह और उसके साथियों ने इस जमीन पर न्यायालय से स्टे प्राप्त कर लिया था, जिसे लेकर दोनों में ठनी हुई थी। इस बात को लेकर कुलदीप और उसके साथियों ने कृपाल की गाड़ी को रोककर उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी थी।