राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्य सभा के लिए चार लोगों को मनोनीत किया है। इसमें भारत के पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला , इतिहासकार एवं शिक्षाविद् मीनाक्षी जैन सरकारी वकील उज्ज्वल देवराव निकम, केरल के वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षाविद् सी. सदानंदन मास्टर, इन सभी का नाम शामिल किया गया है। ये लोग नामांकन पूर्व में नामित सदस्यों की सेवानिवृत्ति के कारण खाली सीटों को मद्देनजर किए गए हैं।राष्ट्रपति ने संविधान के अनुच्छेद 80(1)(क) के खंड (3) द्वारा उन्हें दी गई शक्तियों के अंतर्गत इन लोगों को राज्यसभा के लिए चुना है। भारत के राष्ट्रपति राज्यसभा के लिए 12 व्यक्तियों को मनोनीत कर सकते हैं। ये लोग कला, साहित्य और लोक सेवा के क्षेत्रों में अपनी कदम बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं ।
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गृह मंत्रालय ने दिया जानकारी
बता दें इसकी जानकारी गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना के माध्यम से यह घोषणा की। ये नामांकन पिछले मनोनीत सदस्यों की सेवानिवृत्ति से उत्पन्न रिक्त स्थान को भरते हैं और इन्हें कानून, कूटनीति, समाज सेवा और ऐतिहासिक जैसे क्षेत्र में महत्वपूर्ण राष्ट्रीय योगदान के लिए सरकार की स्वीकृति के रूप में देखा जाता है।
पीएम मोदी ने सभी सदस्यों को दी बधाई
सभी मोनोनीत सदस्यों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दिया है। पीएम ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा उज्ज्वल निकम का विधि क्षेत्र और हमारे संविधान के प्रति समर्पण अनुकरणीय है। वे न केवल एक सफल वकील रहे हैं, बल्कि महत्वपूर्ण मामलों में न्याय दिलाने में भी अग्रणी रहे हैं। अपने संपूर्ण कानूनी जीवन के दौरान, उन्होंने हमेशा संवैधानिक मूल्यों को मज़बूत करने और आम नागरिकों के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए काम किया है। यह अत्यंत प्रसन्नता की बात है कि भारत के राष्ट्रपति ने उन्हें राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। उनके संसदीय कार्यकाल के लिए मेरी सुभकामनाए ।
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Shri Ujjwal Nikam’s devotion to the legal field and to our Constitution is exemplary. He has not only been a successful lawyer but also been at the forefront of seeking justice in important cases. During his entire legal career, he has always worked to strengthen Constitutional…
— Narendra Modi (@narendramodi) July 13, 2025