Report: इस साल यानी 2021 में घरेलू शेयर बाजार नई ऊंचाइयां छू रहा है। लेकिन भारतीय रुपये में लगातार गिरावट का दौर जारी है। लिहाजा, ये साल भारतीय रुपये (Indian Rupee) के लिए बेहद ही खराब रहा है। एक रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि भारतीय रुपया एशियाई बाजार में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली करेंसी बन गई है।
पढ़ें :- IND vs SA 4th T20I: भारत ने टॉस जीतकर किया बल्लेबाजी का फैसला; देखें प्लेइंग इलेवन
मीडिया रिपोर्ट की माने तो घरेलू बाजार से विदेशी निवेशक अपने रुपये निकाल रहे हैं। रिपोर्ट की माने तो अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अक्टूबर दिसंबर तिमाही में भारतीय रुपया 1.9 फीसदी कमजोर हो चुका है। इस अवधि में भारतीय मुद्रा 74 रुपये प्रति डॉलर के मुकाबले अब 76 रुपये प्रति डॉलर के पार पहुंच गई है।
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि पाकिस्तानी रुपये और श्रीलंकाई मुद्रा जैसी दक्षिण एशिया की छोटी करेसियों के मुकाबले भी रुपये का प्रदर्शन कमजोर हो गया है। मीडिया रिपोर्ट की माने तो वैश्विक निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार से 420 करोड़ अमेरिकी डॉलर (करीब 31,920 करोड़ रुपये) निकाले हैं। ये पूंजी एशिया में किसी भी शेयर बाजार से निकाली गई सबसे ज्यादा है।