उन्नाव। यूपी सरकार की नीतियों को लेकर अक्सर सवाल उठाने वाले रिटायर आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह मंगलवार सोहरामऊ थाने पहुंचे। दरअसल, उन्नाव पुलिस ने सूर्य प्रताप के खिलाफ महामारी एक्ट, आपदा प्रबंधन एक्ट और आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया था। मंगलवार को अपना बयान दर्ज कराने के बाद सूर्य प्रताप सिंह ने मीडिया से बातचीत की।
पढ़ें :- Promotion of IAS officers : योगी सरकार ने 95 आईएएस अधिकारियों को दिया क्रिसमस गिफ्ट, 18 बने सचिव, पढ़िए लिस्ट
इस दौरान उन्होंने कहा कि एक साल में मेरे ऊपर 6 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मुद्दा उन्नाव पुलिस की नहीं है, मामला सरकार से जुड़ा हुआ है, क्योंकि मैं यूपी सरकार की नजर में खटकता हूं। उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी सरकार मेरा मानसिक उत्पीड़न करना चाहती हैं।
बता दें कि, रिटायर आईएएस अधिकारी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा था कि 67 शवों को योगी सरकार ने गंगा के तट पर जेसीबी से गड्ढा खोदकर दफन किया है। शवों का अंतिम संस्कार हिन्दू रीति रिवाज से न करना हिंदुओ के लिए कलंक जैसा है। यूपी का यह योगी मॉडल जीवित को इलाज नहीं, मृतक का अंतिम संस्कार नहीं।
इसके अलावा एसपी सिंह ने एक फोटो शेयर किया है जिसमें शव गंगा में बहते हुए जा रहे हैं। एसपी सिंह का ट्वीट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। सूर्य प्रताप सिंह के इस ट्वीट के बाद पुलिस ने उन पर शिकंजा कसना शुरू किया।