नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (AAP)के राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने गौतम अडानी (Gautam Adani) को लेकर मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। संजय सिंह (Sanjay Singh) ने गुरुवार को ट्वीट कर लिखा कि विवाद के बीच बैकफुट पर गौतम अडानी (Gautam Adani) , कैंसिल किया FPO, अब निवेशकों को लौटाएंगे पैसे। अडानी के झूठ और फ्रॉड का पहाड़ ‘तास के महल’ की तरह गिर रहा है। उन्होंने कहा कि सवाल एक ही है देश के करोड़ों लोगों की गाढ़ी कमाई का पैसा डूब रहा है। मोदी जी ख़ामोश क्यों हैं?
पढ़ें :- अतीत में कांग्रेस सरकारें केवल घोषणाएं करने में माहिर थीं, लोगों को नहीं मिल पाता था फायदा : पीएम मोदी
इससे पहले आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि अडानी अचानक दुनिया में 2 नंबर के अमीर बन गए। उस वक्त मैंने कहा था कि दो नंबरी अमीर बन गए हैं। वो बात आज सही साबित हो रही है। अडानी ने झूठ का पहाड़ खड़ा किया था। इसलिए उनका नंबर लगातार गिरता जा रहा है। वो भ्रष्टाचार की बुनियाद पर अमीर बने थे।
उन्होंने कहा कि सर्वदलीय बैठक में हमने अडानी के भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया है, वो अडानी जोकि पीएम मोदी के मित्र माने जाते हैं। इनको मोदी सरकार ने पोर्ट, एयरपोर्ट, माइनिंग, सीमेंट की फैक्ट्री, बिजली और पानी के ठेके दे दिए, यानी सब कुछ उनके नाम पर नीलाम करते जा रहे हैं।
अब अडानी ने ऐसा वित्तीय फ्रॉड किया है। इसे आप सुनकर हैरान हो जाएंगे। आप सांसद ने अडानी के भ्रष्टाचार के बारे में बताते हुए कहा कि अडानी ने ऐसे देश जहां कर छूट होती है, उन सारे देशों से भारत की अपनी ही कंपनियों का शेयर खरीदा।
पढ़ें :- केजरीवाल ने भाजपा का नाम लिए बगैर बोला हमला, महिला सम्मान और संजीवनी योजना से ये बौखलाए, आतिशी को कर सकते हैं गिरफ्तार
आप सांसद ने बताया कि अडानी ने ऐसा इसलिए किया, जिससे उनकी कंपनी के शेयर के दाम बढ़ जाए। इसके लिए विदेशों में फर्जी कंपनियां खोली गई थी। मोरिशियस, एंटीगुआ जैसे देशों से फर्जी कंपनी बनाकर अपनी कंपनी के शेयर खरीदे गए थे। संजय सिंह ने बताया कि अडाणी के ऊपर ढाई लाख करोड़ रुपये का कर्जा है।
उन्होंने बताया कि बीते दिनों आई एक रिपोर्ट के मुताबिक 74 हजार करोड़ रुपये मोदी सरकार उसके माफ कर चुकी है। संजय सिंह यही नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि अपनी कंपनी के शेयर के दाम फर्जी तरीके से बढ़ाकर एलआईसी (LIC) , एसबीआई (SBI) से जहां जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा जमा होता है। वहां से लाखों करोड़ों रुपयों का कर्जा ले लिया है। एलआईसी को अडानी के शेयर के खरीदने के लिए भारत सरकार ने निर्देश दिया था। एलआईसी ने 87 हजार करोड़ रुपये का शेयर खरीदा है। इसी तरह एसबीआई ने भी हजारों करोड़ का कर्ज दिया है।