सावन 2021: जीवन जीने की दिशा सही हो इसके बारे में जिस ज्ञान की आवश्यकता है वह सच्चे गुरू से ही मिलती है। शास्त्रों में कहा गया गया है कि जब प्रभु की कृपा होती है तब सदगुरु मिलता है। सप्ताह में बृहस्पति ग्रह का दिन गुरुवार है। इसे बृहस्पतिवार (Thursday), वीरवार भी कहा जाता है। यह दिन ब्रह्मा और बृहस्पति (Jupiter) का दिन भी माना गया है। श्रावण मास में गुरुवार के दिन को पापों का प्रायश्चित (atonement) करने से पाप नष्ट हो जाते हैं, क्योंकि यह दिन देवी-देवताओं और उनके गुरु बृहस्पति का दिन होता है।
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उत्तर, पूर्व, ईशान दिशा में यात्रा करना शुभ। धार्मिक, मांगलिक, प्रशासनिक, शिक्षण और पुत्र के रचनात्मक कार्यों के लिए यह दिन शुभ है। सबसे बड़ी बात यह कि इस दिन गुरु की पूजा करने से पारलौकिक सहायता मिलती है।
बृहस्पति भगवान की पूजा करने के लिए सफेद चंदन, हल्दी या गोरोचन का तिलक लगाएं। इस पीले कपड़े पहने। भगवान बृहस्पति की कथा पुस्तक देख कर पढ़ें। भगवान को चने कीदाल और गुड़ का भोग लगाए।इसके अलावा गुरु को शुभ करने के लिए सदा पिता, दादा और गुरु का आदर कर उनके पैर छुएं। गुरु बनाएं। इसके अलावा अन्य अचूक उपाय यह कि गुरुवार के दिन पीली वस्तु का सेवन करें। घर में धूप-दीप दें। प्रतिदिन प्रात: और रात्रि को कर्पूर जलाएं।