Sawan 2021: आदि काल से ही सवान मास (Sawan 2021) का धार्मिक रूप से बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। हिंदू धर्म में यह मान्यता है कि भोले नाथ इतने दयालु हैं कि वो सबकी सुध लेते हैं। सवान एक पूरा एक मास ही भगवान भोले नाथ (Lord Bhole Nath)को समर्पित है। सावन का महीना आज 25 जुलाई से शुरू हो गया है। कर्क राशि में नक्षत्र श्रवण रहेगा, सूर्य भी कर्क में रहेगा और मकर राशि ( Capricorn) में चंद्र रहेगा प्रात: 10 बजकर 49 मिनट तक इसके बाद कुंभ में चला जाएगा। श्रवण नक्षत्र 11:18 तक रहेगा और उसके बाद धनिष्ठा लगेगा जो अगले दिन प्रात: 10:26 तक रहेगा।
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इस मास में प्रत्येक नर नारी भगवान भोले नाथ की भक्ति अपनी शक्ति के अनुसार करता है। सावन में भोले नाथ की भक्त बेल पत्र,ऋतु पुष्प, गंगा जल , शहद ,धतूरा, भांग, गन्ना, बेर और शक्ति के अनुसार उनके भोग प्रसाद से प्रतिदिन महादेव की पूजा अर्चना करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि सावन के महीने में भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा करने पर भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। भक्त गण सावन के सोमवार का व्रत रखकर भगवान शिव की पूजा करते हैं।
सवान मास में शिवालयों में दर्शन पूजन के साथ् ही निर्बल और आशक्त लोगों का ध्यान रखने से भगवान शिव और माता पार्वती प्रसन्न होतीं है। शिव चालीसा का पाठ बोल बोलकर करने से जितने लोगों को यह सुनाई देगा उनको भी लाभ होगा। ऐसी धार्मिक मान्यता है कि सावन के महीने में मास-मंदिरा का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। अन्यथा भगवान शिव की कृपा पाने वंचित रह सकते हैं।