लखनऊ। आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने योगी सरकार पर कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर की आशंका के नाम पर की गई चिकित्सा उपकरणों की खरीद में बड़े पैमाने पर घोटाले का आरोप लगाया है। इसके साथ ही विभागीय मंत्री और कई अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की लखनऊ के हजरतगंज थाने में तहरीर दी है।
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बता दें कि आम आदमी पार्टी (AAP) ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आप न सिर्फ मेडिकल उपकरणों की खरीद में हुई धांधली का आरोप लगा रही है, बल्कि इस धांधली से जुड़े दस्तावेजों को पेश कर भ्रष्टाचार का हिस्सा अधिकारियों से लेकर मंत्री और सरकार तक को बता रही है।
संजय सिंह इन मेडिकल उपकरणों की खरीद में एक बड़ा घोटाला होने का दावा कर रहे है। संजय सिंह के मुताबिक योगी सरकार ने जिस वेंटिलेटर को 22 लाख में खरीदा है। एमपी सरकार ने महज 10.27 लाख में खरीदा है। जो वेंटिलेटर यूनिवर्सल बाजार में 9 लाख में उपलब्ध है, उसे योगी सरकार 17 लाख में खरीद रही है। बाईपैप की खरीद 273000 में की गई है, जबकि बाजार में इसकी कीमत लगभग 1 लाख ही है। उन्होंने कहा कि इन्फ्यूजन मशीन, पोर्टेबल टेबल एक्स रे मशीन आदि दर्जन भर से ज्यादा उपकरण दो से 3 गुना कीमत पर खरीदे जा रहे हैं। पहली लहर के दौरान 27 मार्च, 2020 योगी सरकार ने 200 वेंटिलेटर 1700000 रुपए की दर से खरीदे मगर यही वेंटिलेटर मध्यप्रदेश सरकार को महज 10 लाख 27 हजार रूपये में मिल जाता है। RTPCR मशीन मध्य प्रदेश की सरकार को 14 लाख रूपये में मिल जाती है, तो वही मशीन योगी सरकार में आगरा और बदायूं जिले में 49 लाख रूपये में खरीदी गई है।
संजय सिंह बताते हैं कि मेडिकल उपकरणों की खरीद में हुए घोटाले के मामले में कड़ी कार्रवाई के लिये उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग के मंत्री सुरेश खन्ना, प्रमुख सचिव आलोक कुमार, एसजीपीजीआई के डॉ आर.के. धीमान, लोहिया संस्थान के डॉ सोनिया नित्यानंद समेत कई अन्य लोगों के खिलाफ हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज करने के लिये तहरीर दी है। उन्होंने कहा कि अगर केस दर्ज नहीं हुआ तो कोर्ट के जरिये इन लोगों के खिलाफ FIR कराऊंगा।
संजय सिंह ने कहा कि ऐसे भ्रष्टाचारियों की जगह जेल में होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इनको सचिवालय या मंत्रालय में नहीं। हमारे पार्टी के पदाधिकारी लोकायुक्त से भी इस मामले की शिकायत करेंगे। ये कोई ऐसा मामला नहीं है, जिसे हम छोड़ देंगे। ये लोगों की जिंदगी से जुड़ा मामला है, जिसमें 58 करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ है। इस मामले में कार्रवाई के लिये हम लोग हर स्तर पर पैरवी करेंगे।