नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) के भतीजे राजेंद्र पवार ने राज्य सरकार के डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि रत्न अवॉर्ड (Dr. Punjabrao Deshmukh Krishi Ratna Award) को लेने से इनकार कर दिया है। यह अवॉर्ड राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Governor Bhagat Singh Koshyari) के हाथों बांटा गया। नाशिक में पुरस्कार वितरण समारोह में उन्होंने हिस्सा नहीं लिया। राजेंद्र पवार ने कहा कि कोश्यारी ने छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) और ज्योतिबा फुले (Jyotiba Phule) को लेकर आपत्तिजनक बयान दिए थे। इसलिए उनके हाथों से वह पुरस्कार नहीं लेना चाहते थे।
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राजेंद्र पवार (Rajendra Pawar) ने कहा कि राज्यपाल के हाथों से पुरस्कार वितरित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं इस अवॉर्ड राज्यपाल के हाथों से नहीं, बल्कि कृषि विभाग के दफ्तर से लेना पसंद करूंगा। राज्यपाल इस तरह के व्यक्ति हैं जिन्होंने बिना जाने समझे छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) और ज्योतिबा फुले (Jyotiba Phule) को लेकर बयान दिया। उन्होंने राज्य की शांति भंग की।