शारदीय नवरात्रि पर्व 2021: हिंदू धर्म में जगत जननी मां दुर्गा की पूजा का विशेष महत्व है। मां दुर्गा हिन्दुओं की प्रमुख देवी हैं जिन्हें देवी, शक्ति और पार्वती,जग्दम्बा और आदि नामों से भी जाना जाता हैं। मां दुर्गा को आदि शक्ति, प्रधान प्रकृति, गुणवती योगमाया, बुद्धितत्व की जननी तथा विकार रहित बताया गया है। मां दुर्गा अंधकार व अज्ञानता रुपी राक्षसों से रक्षा करने वाली तथा कल्याणकारी हैं। उनके बारे में मान्यता है कि वे शान्ति, समृद्धि तथा धर्म पर आघात करने वाली राक्षसी शक्तियों का विनाश करतीं हैं। प्राचीन ग्रंथ दुर्गा सप्तशती के अनुसार मां 108 नाम बताये गये हैं।
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शारदीय नवरात्रि का पर्व देश के सभी राज्यों में धूमधाम से मनाया जाता है। शारदीय नवरात्रि हर साल आश्विन मास शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि से आरंभ होता है। इसके बाद अगले 9 दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है।
इस वर्ष 2021 में 6 अक्टूबर को सर्व पितृ अमावस्या के बाद 7 अक्टूबर गुरुवार को नवरात्रि का पर्व प्रारंभ होगा जो 15 अक्टूबर तक चलेगा। 9 दिनों तक देवी दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है।
मां के अलग-अलग स्वरूपों को पूजा जाता है
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नौ दिन मां के अलग-अलग स्वरूपों को पूजा जाता है। पहला दिन मां भगवती के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री की पूजा की जाती है। दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी, तीसरे दिन चंद्रघंटा, चौथे दिन कूष्माण्डा, पांचवें दिन स्कंदमाता, छठे दिन कात्यायनी, सातवें दिन कालरात्रि,आठवे दिन महागौरी और नौवें दिन सिद्धिदात्री के रूप में मां को पूजा जाता है। हर दिन मां के अलग-अलग मंत्रों का उच्चारण करने से मनोकामना पूरी होती है और व्रत सफल होता है।