अब तक आपने टीवी और फिल्मों में देखा होगा किसी खतरनाक अपराधी को जंजीरों और बेड़ियों में जकड़े होने की सजा दी जाती है पर क्या आपने कभी देखा या सुना है कि किसी पेड़ को जंजीरों में बांध कर रखने की सजा दी गई हो।
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चौकिए नहीं ये बिल्कुल सच है। हम जिस पेड़ की बात कर रहे हैं वह पेड़ पिछले 125 सालों से जंजीरों में बांधकर रखा गया है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर पेड़ ने ऐसा कौन सा अपराध या गलती कर दी जो उसे मोटी मोटी जंजीरों में बांधकर रखने की सजा दी गई।
एक वेबसाइड में प्रकाशित लेख के अनुसार यह पेड़ पाकिस्तान के पेशावर में है। जो तोरखन बॉर्डर के पास लैंडी कोटाल नाम की बस्ती में 125 सालों से गिरफ्तार करके लोहे की जंजीरों में कैद करके रखा गया है। लेख के अनुसार इस पेड़ को 1899 में गिरफ्तार किया गया था।
लेख के अनुसार एक ब्रिटिश अधिकारी जेम्स स्किवड ने नशे की हालत में इस पेड़ को गिरफ्तार कराया था। बताया जा रहा है कि एक दिन नशे की हालत में जेम्स स्किवड नाम के अधिकारी ने दावा किया कि ये पेड़ उनकी पकड़ में नहीं आ रहा है और बार बार भाग रहा है, जिसके बाद उन्होंने सिपाहियों से इस पेड़ को गिरफ्तार करने का आदेश दे दिया।
इसके बाद इस पेड़ को चारों तरफ लोहे की जंजीरों से बांध दिया गया। तब से यह पेड़ गिरफ्तार है। इतना ही नहीं इस पेड़ पर लगी तख्ती इस पेड़ के जंजीरों में कैद होने की कहानी बयां कर रही है। जिस पर लिखा है कि आई एम अंडर अरेस्ट।