Sri Lanka crisis : श्रीलंका इन दिनों गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। देश में उत्पन्न हुए आर्थिक संकट का कोई हल निकलता नहीं दिख रहा है। श्रीलंका ने मंगलवार को खुद को दिवालिया घोषित कर दिया है। श्रीलंका ने ऐलान किया है कि वह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के बकाया 51 अरब डॉलर के विदेशी कर्ज को चुका नहीं पाएगा। श्रीलंका में आर्थिक संकट से जूझ रही सरकार के इस्तीफे की मांग को लेकर व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहा है। भोजन और ईंधन की कमी के साथ-साथ लंबे समय तक बिजली बंद रहने से देश के 22 मिलियन लोगों को 1948 में आजादी के बाद से सबसे दर्दनाक मंदी का सामना करना पड़ा है।आर्थिक संकट में श्रीलंकाई PM ने कोरोना को ठहराया जिम्मेदार, लोगों से शांत रहने की अपील की है।
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अप्रैल 2021 में श्रीलंका पर कुल कर्ज 3500 करोड़ डॉलर का था, जो महज एक साल में बढ़कर 5100 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया है। श्रीलंका के कर्ज में ज्यादातर हिस्सा ऐसे कर्ज का है, जिसे न चुका पाने की उसे भारी कीमत देनी पड़ रही है। श्रीलंका के वित्त मंत्रालय ने कहा कि दक्षिण एशियाई राष्ट्र को कर्ज देने वाली विदेशी सरकारों सहित लेनदार मंगलवार दोपहर से अपने किसी भी ब्याज भुगतान को भुनाने या श्रीलंकाई रुपये में भुगतान का विकल्प चुनने के लिए स्वतंत्र थे।