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स्वच्छ अमृत महोत्सव-2021 : वाराणसी शहर को मिला ‘नम्बर वन बेस्ट गंगा टाउन’ का पुरस्कार

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार के तहत आयोजित स्वच्छ अमृत महोत्सव-2021 में उत्तर प्रदेश के 18 शहरों को देश के प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। शनिवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित स्वच्छ अमृत महोत्सव-2021 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने ‘नम्बर वन बेस्ट गंगा टाउन’ का पुरस्कार वाराणसी शहर को प्रदान किया। वाराणसी को यह पुरस्कार एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में मिला र्है। यह पुरस्कार प्रदेश के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने वाराणसी की महापौर मृदुला जायसवाल, सचिव नगर विकास अनुराग यादव , नगर आयुक्त प्रणय सिंह के साथ राष्ट्रपति से ग्रहण किया।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के मार्ग-दर्शन एवं नगर विकास मंत्री आशुतोष टण्डन (Urban Development Minister Ashutosh Tandon) के नेतृत्व में प्रदेश के शहरों में स्वच्छता विषयक अभियान के तहत प्रदेश के नगरों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुये यह सफलता प्राप्त की है। इस महोत्सव में एक लाख की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में कन्नौज को भी ‘नम्बर वन बेस्ट गंगा टाउन’ (Number One Best Ganga Town) का पुरस्कार मिला।

इसी के साथ स्वच्छ अमृत महोसव-2021 प्रदेश की राजधानी लखनऊ को ‘बेस्ट स्टेट कैपिटल इन सिटीजन फीड बैक’ का पुरस्कार दिया गया। लखनऊ को मिले इस पुरस्कार को लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी एवं अन्य अधिकारियों ने प्राप्त किया। इन सभी पुरस्कारों को केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार के मंत्री हरदीप सिंह पुरी व मंत्रालय के राज्यमंत्री कौशल किशोर ने पुरस्कार पाने वाले शहरों के महापौर एवं अधिकारियों को प्रदान किये।

प्रदेश के एक अन्य बड़े शहर मेरठ को ‘फास्टेट्स मूवर बिग सिटी’ के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मेरठ को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार 10 लाख से 40 लाख तक की आबादी वाले शहरों की श्रेणी के तहत मिला है। इसी तरह इसी श्रेणी में ही गाजियाबाद को ‘बेस्ट बिग सिटी इनोवेशन एण्ड बेस्ट प्रेक्टिसेस’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

नोएडा को 3 लाख से 10 लाख तक के आबादी के शहरों की श्रेणी में ‘इण्डियाज क्लीनेस्ट मीडियम सिटी’ का पुरस्कार मिला। इसी तरह हापुड़ शहर को 1 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की रेणी में ‘बेस्ट सिटी इन मैक्सीमम सिटीजन्स पार्टीसीपेशन’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पटियाली को 1 लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में ‘बेस्ट सिटी इन मैक्सीमम सिटीजन्स पार्टीसीपेशन’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। हसनपुर शहर को 50 हजार से 1 लाख की श्रेणी में ‘फास्टेट मूवर सिटी’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। आवागढ़ षहर को 25 हजार आबादी वाले शहरों की श्रेणी में एवं गजरौला को 50 हजार से 1 लाख की श्रेणी में ‘बेस्ट सिटी इन सिटीजन फीडबैक’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

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इसी के साथ मेरठ कैन्ट को 1 लाख की आबादी वाले शहर की श्रेणी में ‘इण्डियाज क्लीनेस्ट कैन्टोनमेन्ट’ (India’s Cleanest Cantonment) के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। साथ ही वाराणसी कैन्ट को लाख से अधिक आबादी वाले शहर की श्रेणी में ‘बेस्ट कैन्टोनमेन्ट इन सिटीजन फीडबैक’ (Best Cantonment in Citizen Feedback) के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

इसी तरह गार्वेज फ्री सिटी शहरों की श्रेणी में प्रदेश के 5 शहरों को स्टार रेटिंग का पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इसमे 10 लाख की आबादी से अधिक शहरों की श्रेणी में लखनऊ एवं गाजियाबाद को, 1 लाख से 10 लाख की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में नोएडा, अलीगढ़ व झांसी को स्टार रेटिंग का पुरस्कार मिला। यह भी महत्वपूर्ण है कि प्रदेश में विगत स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 में सातवीं रैंक हासिल की थी। उक्त में प्रगति करते हुये वर्तमान सर्वेक्षण-2021 में प्रदेश की रैकिंग छठवें स्थान पर रही।

नगर विकास मंत्री आशुतोष टण्डन व अपर मुख्य सचिव, डाॅ. रजनीश दुबे ने इन शहरों को मिले पुरस्कारों के लिए संबंधित नगर नगरीय निकायों के नागरिकों की व्यापक भागीदारी के लिये व मेयर, अध्यक्ष एवं अधिकारियों को उत्साहपूर्वक कार्य करते हुये उपलब्धि हासिल करने के लिये बधाई दी है। आशुतोष टण्डन ने प्रदेश में स्वच्छता को आंदोलन के रूप में परिवर्तित करने के लिये संतोष प्रकट करते हुये आगामी सर्वेक्षण में और अधिक उपलब्धियाॅ प्राप्त करने के लिये प्रेरित किया।

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