नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने राज्यसभा सांसद स्वपन दासगुप्ता को प्रत्याशी बनाया गया था। इसको लेकर टीएमसी और कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर थे। वहीं, इसको लेकर बीजेपी निशाने पर थी। वहीं, अब स्वपन दासगुप्ता ने राज्यसभा सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यसभा चेयरमैन को भेजा है।
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बता दें कि, इससे पहले तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने भी आरोप लगाया था कि दासगुप्ता ने भारतीय संविधान की 10वीं अनुसूची के प्रावधानों का उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा था कि वह बंगाल चुनावों के लिए बीजपी प्रत्याशी हैं।
जबकि संविधान की 10वीं अनुसूची कहती है कि अगर कोई राज्यसभा का मनोनीत सांसद शपत लेने और उसके 6 महीने के अंदर किसी भी राजनीतिक पार्टी में शामिल होता है उसे राज्यसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य करार दे दिया जाएगा। दासगुप्ता को साल 2016 में शपथ दिलाई गई थी, जो अभी जारी है। अब उन्हें बीजेपी में शामिल होने के लिए अयोग्य करार देना चाहिए।