नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश में होने वाले अगामी विधानसभा के चुनावों से पहले वर्तमान सत्ताधारी पार्टी भाजपा को तगड़ा झटका लगा है। आज सुबह सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्या ने इस्तीफा दे कर के चुनाव के माहौल को गर्मा दिया है। स्वामी प्रसाद के इस्तीफा देते ही पार्टी के कई और विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। रुठने के इस दौर में सभी विधायकों को मनाने के लिए भाजपा ने उत्तरप्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और संगठन मंत्री सुनील बंसल को बड़ी जिम्मेदारी दी है।
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इन दोनों नेताओं को ये जिम्मेदारी केंद्रीय आलाकमान के द्वारा दी गई है कि जल्द से जल्द बड़े स्तर पर हो रही इस डैमेज को कंट्रोल किया जाये। सरकार में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने भी स्वामी प्रसाद मौर्य को ट्वीट कर के कहा है कि आप बैठ के पहले बात करिये जल्दबाजी में लिए फैसले गलत होते हैं। बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफा देने के बाद इस्तीफें की झड़ी लग गई। शाहजहांपुर से तिलहर विधायक रोशनलाल वर्मा ने भी भाजपा छोड़कर साइकिल पर सवार हो गए हैं।
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे की खबर के बाद कानपुर बिल्हौर से भाजपा विधायक भगवत सागर स्वामी प्रसाद से मिलने उनके आवास पहुंचे थे। तीनों विधायकों के समाजवादी पार्टी में जाने की चर्चा चल रही है। भाजपा छोड़ने के बाद रोशन लाल वर्मा ने कहा, स्वामी प्रसाद मौर्य जहां जाएंगे उनके साथ रहूंगा। उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, भाजपा सरकार में हमारी उपेक्षा हुई है। उन्होंने कहा, यूपी में भाजपा की सरकार नहीं अधिकारियों की सरकार थी। लोक भवन में दो-दो घंटे बैठाया जाता था। रोशनलाल वर्मा ने मंत्री सुरेश खन्ना पर भी उपेक्षा का आरोप लगाया।