नई दिल्ली। नवरात्रि पर मांस बेचने को लेकर देश में एक बार फिर से बहस छिड़ चुकी है। जयपुर नगर निगम (Jaipur Municipal Corporation) ने नवरात्रि के दौरान खुले में मांस (Meat) की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया है। महापौर कुसुम यादव (Mayor Kusum Yadav) ने सोमवार को यह जानकारी दी। कुसुम यादव ने कहा कि यह निर्णय हिंदुओं की भावनाओं को ठेस न पहुंचाने के लिए लिया गया है। उन्होंने बताया कि नवरात्रि के दौरान नवदुर्गा की पूजा (Worship of Navadurga) की जाती है। हिंदुओं की भावनाओं को ठेस न पहुंचे, यह सुनिश्चित करने के लिए नगर निगम ने एक आदेश जारी किया है कि नवरात्रि के दौरान मांस की अवैध बिक्री, यानी खुले में मांस की बिक्री, बंद कर दी जाए। इसके अलावा, उन्होंने मांस प्रतिबंध को उचित ठहराने के लिए स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं का हवाला दिया है।
पढ़ें :- सीएम रेखा गुप्ता पर हमला करने के मामले दिल्ली पुलिस ने कोर्ट से मांगा समय
जेएमसी हेरिटेज की महापौर ने कहा कि खुले में मांस की बिक्री स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। इस पर मक्खियाँ और धूल जम जाती है। इसलिए लोगों की जान से खिलवाड़ करना गलत है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेता एसटी हसन (Samajwadi Party leader ST Hasan) ने सोमवार को कहा कि नवरात्रि के दौरान नॉन-वेज की दुकानों को बंद करने की मांग धार्मिक आधार पर लोगों को ध्रुवीकृत (polarized) करने और मूर्ख बनाने की कोशिश है। सपा नेता ने कहा कि देश सभी का है और किसी को भी लोगों के भोजन विकल्पों को प्रतिबंधित करने का अधिकार नहीं होना चाहिए। सपा नेता ने बताया कि इस देश में सभी घर्म के लोग रहते है। न केवल मुसलमान (Muslim) बल्कि ईसाई और सिख भी नॉन-वेज खाते हैं। आप नवरात्रि या कांवड़ यात्रा के दौरान किसी को भी इसका सेवन करने से कैसे रोक सकते हैं। आप ऐसा करने वाले कौन हैं। क्या हिंदू नवरात्रि और कांवड़ यात्रा के दौरान नॉन-वेज (non-veg) नहीं खाते हैं।
भाजपा विधायक ने मुख्यमंत्री से नौ दिनों तक मांस बिक्रि पर प्रतिबंध लगाने की मांग
दिल्ली के भाजपा विधायक करनैल सिंह (BJP MLA Karnail singh) ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (Chief Minister Rekha Gupta) को पत्र लिखकर अगले नौ दिनों तक राष्ट्रीय राजधानी (National Capital) में मांस की बिक्री न करने का अनुरोध किया है। भाजपा विधायक ने कहा कि यह सनातनियों का देश है और अब पश्चिमी सभ्यता को समझना होगा कि हमारी आस्था भी सम्मान की हकदार है। मैकडॉनल्ड्स, केएफसी, डोमिनोज़ और बर्गर किंग जैसी कंपनियों ने हमसे संपर्क किया है। ऐसा नहीं है कि वे हमारी संस्कृति के खिलाफ हैं, लेकिन उन्हें हमारी आस्था को समझने की जरूरत है। मैंने सरकार और संगठन समेत सभी के साथ इस बारे में चर्चा की है। दिल्ली में नौ दिनों तक मांस नहीं बेचा जाएगा।