नई दिल्ली: रमज़ान के महीने में पौष्टिक तत्वों से भरपूर खजूर की अहमियत सबसे ज्यादा होती है। खज़ूर ही वो पहला फ्रूट होता है जिससे रोज़ेदार रोज़ा खोलना पसंद करता है। माना जाता है कि रोज़ेदार के लिए खजूर से रोज़ा खोलने पर सबाब मिलता है। या यूं कहें कि रमजान में दस्तरखान की सबसे बड़ी नेमत खजूर ही है। साइंटिफिक बात करें तो खजूर में नेचुरल शुगर होती है जो रोज़ा रखने के दौरान बॉडी में हुई शुगर की कमी को पूरा करती है।
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खजूर एक ऐसा फल है जिसमें ढेरों पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये कई बीमारियों को दूर करती है। रोज़े में खजूर खाने से बॉडी को तुरंत एनर्जी मिलती हैं। रोजे के बाद खजूर खाने से हमारा पूरा नर्वस सिस्टम स्ट्रांग होता है। खजूर ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करती है, साथ ही पाचन और कब्ज की समस्या से भी निजात दिलाती है। रमज़ान में खजूर खाने के सेहत के लिए कौन-कौन से फायदे हैं जानते हैं।
रमजान में खजूर खाने के फायदे
- इफ्तार के समय सबसे पहले खजूर खाकर रोजा तोड़ना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। यह स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पौष्टिक तत्वों से भी भरपूर होती है। इनमें नैचुरल शुगर पाई जाती है जो बॉडी को तुरंत एनर्जी देती है।
- इसमें कार्बोहाइड्रेट और फाइबर जैसे प्राकृतिक तत्व पाए जाते हैं जो पेट के लिए फायदेमंद होते हैं। रोज़े के दौरान बॉडी में पानी की कमी हो जाती है और स्किन पर ड्राईनेस बनी रहती है। ऐसे में खजूर स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं। इसके सेवन से स्किन पर निखार आता है।
- खजूर में फाइबर की मात्रा काफी होती है जो रोज़े में पाचन तंत्र की सफाई करने का काम करती है। इसे खाने से कब्ज की समस्या भी दूर होती है।
- रोजे के दौरान दिनभर भूखा प्यासा रहने से कुछ लोगों को सिर दर्द, थकान, चक्कर आने लगते हैं। खाली पेट कुछ लोगों का ब्लड प्रेशर कम होने लगता है और डीहाइड्रेशन की समस्या भी होने लगती है ऐसे में खजूर का सेवन इन परेशानियों से निजात दिलाता है।
- रोज़े के बाद खजूर खाने से इम्यूनिटी बढ़ती है और कई तरह की बीमारियों से बचाव होता है।