नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में आज फिर विपक्ष के सांसदों पर कार्रवाई हुई है। लोकसभा से आज फिर विपक्ष के 49 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया है। इससे पहले सोमवार को लोकसभा से 33 और राज्यसभा से 45 सांसदों को सस्पेंड किया गया था। इससे पहले 14 सांसदों को निलंबित किया गया था। अभी तक संसद के दोनों सदनों से 141 सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया है।
पढ़ें :- असम विधानसभा में अब नहीं मिलेगा जुमे की नमाज के लिए 2 घंटे का ब्रेक, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा का बड़ा फैसला
विपक्ष के जिन सांसदों को सस्पेंड किया गया है, उसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, कांग्रेस नेता शशि थरूर, कार्ति चिदंबरम, एनसीपी की सुप्रिया सुले, समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव और दानिश अली सहित कई विपक्षी सांसदों को संसद के शेष शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, सदन के अंदर तख्तियां नहीं लाने का निर्णय लिया गया। हाल के चुनाव हारने के बाद हताशा के कारण वे ऐसे कदम उठा रहे हैं। यही कारण है कि हम एक प्रस्ताव (सांसदों को निलंबित करने का) ला रहे हैं।
Today at least 50 more INDIA MPs were suspended from the Lok Sabha alone! A complete purge is being executed so that draconian Bills are passed without any meaningful debate, and so that the BJP MP who facilitated entry of the two intruders into the Lok Sabha on December 13th…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) December 19, 2023
पढ़ें :- वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को लेकर मायवती ने सरकार को घेरा, कहा-सरकार राष्ट्रधर्म निभाए
वहीं, कांग्रेस नेता जयराम नरेश ने सांसदों को संसद से निलंबित किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, आज अकेले लोकसभा से कम से कम 50 और भारतीय सांसदों को निलंबित कर दिया गया। पूर्ण सफाया किया जा रहा है ताकि कठोर विधेयकों को बिना किसी सार्थक बहस के पारित किया जा सके और ताकि 13 दिसंबर को लोकसभा में दो घुसपैठियों के प्रवेश की सुविधा प्रदान करने वाले बीजेपी सांसद बेदाग हो जाएं। नई संसद नमोक्रेसी को उसके सभी अत्याचारों में दर्शाती है।