लखनऊ। यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने शनिवार को कहा कि क्षय रोग का निवारण जनजाग्रति और सामाजिक सहभागिता से ही संभव है । उत्तर प्रदेश क्षय रोग निवारक संस्था की वार्षिक सामान्य बैठक राज्यपाल की अध्यक्षता में राजभवन के गांधी सभागार में सम्पन्न हुई।
पढ़ें :- इश्क में फंसे प्रदेश के सबसे ताकतवर नौकरशाह, पर्दाफाश न्यूज जल्द करेगा कई अहम खुलासे
उन्होंने कहा कि क्षय रोग निवारण अभियान की सफलता जनजाग्रति एवं सामाजिक सहभागिता से ही सम्भव है। अतः सभी प्रतिनिधि कैलेण्डर बनाकर प्रत्येक जिले में जागरूकता कार्यक्रम चलाये तथा अधिक से अधिक क्षय रोग ग्रसित बच्चों को गोद लें। उन्होंने कहा कि जो बच्चे स्वस्थ हो चुके है, उनके स्थान पर दूसरे बीमार बच्चे लिये जा सकते हैं।
राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त की कि जनपदों में जिलाधिकारी, सीडीओ, पुलिस अधीक्षक आदि स्तर के अधिकारी क्षय रोग ग्रसित बच्चों को गोद ले रहे हैं। इस कार्य में विश्वविद्यालयों, स्वयं सेवी संस्थाओं व समाज सेवियों का सहयोग मिल रहा है। इसे जनांदोलन के रूप में चलाना चाहिये। राज्यपाल ने उदाहरण देते हुये कहा कि प्रदेश में लगभग 50 हजार से अधिक कालेज हैं। यदि हर कालेज एक गांव गोद ले तो यह कार्य प्रत्येक गांव तक पहुंच जायेगा।
राज्यपाल ने कहा कि तहसील स्तर पर ग्राम प्रधानों का सम्मेलन कराकर उन्हें भी इस अभियान से जोड़ने पर आशातीत सफलता मिलेगी। राज्यपाल ने सदस्यों से अपील की कि वे क्षयरोग ग्रसित बच्चों के घर जाकर उन्हें फल मिठाई, गुड़, चना, मूंगफली, सत्तू आदि दें। बच्चे व उनके परिवार से संवाद स्थापित करें। इससे आत्मीयता की भावना को बल मिलता है।