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जैक डॉर्सी के बयान पर घमासान जारी : कांग्रेस , बोली-‘मदर ऑफ डेमोक्रेसी’ में किया जा रहा है ‘मर्डर ऑफ डेमोक्रेसी’

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी (Former Twitter CEO Jack Dorsey) ने भारत सरकार पर क्या गंभीर आरोप लगाए हैं? इसके बाद देश की राजनीति को गर्म कर दिया है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पार्टी पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और भाजपा सरकार पर हमलावर हो गई है। मंगलवार को कांग्रेस ने कहा कि इस लोकतांत्रिक देश में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। ट्विटर को धमकाया जाता था कि अगर किसानों को दिखाओगे तो भारत में बोरिया-बिस्तर समेट देंगे।

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कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत (Congress leader Supriya Shrinate) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मदर ऑफ डेमोक्रेसी में मर्डर ऑफ डेमोक्रेसी किया जा रहा है। जब तीन काले कृषि कानून आए थे। जब किसानों का दमन किया जा रहा था। जब किसान एक साल से अधिक समय तक जाड़ा, गर्मी, बरसात, ओले हर परिस्थितियों में डटे हुए थे। जब किसान काले कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे तब बजाए समाधान ढूंढने के उन्हें मवाली, खालिस्तानी, पाकिस्तानी, आतंकी तो कहा ही जा रहा था साथ-साथ ट्विटर जैसे प्लेटफॉर्म को धमकाया भी जा रहा था। उन्हें कहा जा रहा था कि अगर किसानों को दिखाया तो भारत में आपका बोरिया-बिस्तर हम समेट देंगे और आपके खिलाफ छापेमारी की जाएगी।

राहुल गांधी हमेशा कहते हैं देश के लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है, डोर्सी की टिप्पणी से यह बात प्रमाणित हुई

श्रीनेत ने निशाना साधते हुए आगे कहा कि सरकार तब तक शांत रही जब तक 700 किसान दिल्ली में शहीद नहीं हो गए। चुनावी नफा-नुकसान देखते हुए सरकार ने काले कानूनों को वापस लिया। भाजपा नेताओं ने बरगलाने के लिए टूलकिट का मामला उठा दिया। आरोप लगाया कि कांग्रेस टूलकिट का इस्तेमाल कर रही है। हालांकि, उस टूलकिट को ट्विटर ने मैनिपुलेटेड मीडिया कहा था। इसके बाद 24 मई 2021 को ट्विटर के दफ्तरों, अधिकारियों के आवास पर छापे पड़ गए। अब समझ आता है कि यह सब किसान आंदोलन को दबाने के लिए किया गया था। सुप्रिया का आरोप है कि सरकार के कहने पर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के ट्विटर अकाउंट पर भी छह महीने के लिए रोक लगाई गई थी। राहुल गांधी (Rahul Gandhi)  हमेशा कहते हैं देश के लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है। डोर्सी की टिप्पणी से यह बात प्रमाणित हो जाती है।

कपिल सिब्बल ने भी किया हमला

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राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल (Rajya Sabha MP Kapil Sibal) ने कहा कि मैं सबसे पहले मैं जानना चाहूंगा कि जैक डोर्सी आखिर ऐसा बयान क्यों देंगे? चंद्रशेखर कहते हैं कि यह झूठ है, भला वह झूठ क्यों बोलेगा? जैक डोर्सी के पास झूठ बोलने का कोई कारण नहीं है। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Congress spokesperson Randeep Surjewala) ने कहा कि मोदी सरकार की निरंकुशता स्थापित हो चुकी थी। सरकार जैक को कहती थी कि पत्रकारों के अकाउंट को ब्लॉक करें, नहीं तो ट्विटर ऑफिस पर छापा मारा जाएगा। इससे साबित होता है कि देश में लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही है।

क्या बोले थे जैक डोर्सी?

ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी (Former Twitter CEO Jack Dorsey)  ने एक यूट्यूब चैनल ‘ब्रेकिंग पॉइंट्स’ को इंटरव्यू दे रहे थे। इस दौरान उनसे कई सवाल पूछे गए। इन्हीं सवालों में एक सवाल था कि क्या कभी किसी सरकार की तरफ से उन पर दबाव बनाने की कोशिश की गई? इसके जवाब में डोर्सी ने बताया कि ऐसा कई बार हुआ और फिर डोर्सी ने भारत का उदाहरण दिया। अपनी बात को विस्तार में बताते हुए डोर्सी ने कहा कि सरकार की तरफ से उनके कर्मचारियों के घरों पर छापेमारी की बात कही गई। साथ ही नियमों का पालन नहीं करने पर ऑफिस बंद करने की भी धमकी दी गई। डोर्सी ने कहा कि यह सब भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में हुआ।

जानिए सरकार ने आरोपों पर क्या दी सफाई

जैक डोर्सी के आरोपों पर सरकार ने पलटवार किया है। भारत के आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर (Minister of State for IT Rajeev Chandrasekhar) ने ट्वीट करते हुए जैक डोर्सी (Jack Dorsey)के आरोपों को झूठा करार दिया है। चंद्रशेखर ने लिखा कि यह ट्विटर के इतिहास के उस धुंधले दौर को साफ करने की कोशिश है, जब ट्विटर डोर्सी के कार्यकाल में लगातार भारतीय कानूनों का उल्लंघन कर रहा था। साल 2020 से लेकर 2022 तक ट्विटर ने भारतीय कानूनों के मुताबिक काम नहीं किया और जून 2022 से भारतीय कानूनों का पालन शुरू किया। किसी को भी जेल नहीं हुई और ना ही ट्विटर को बंद किया गया। डोर्सी के कार्यकाल के दौरान ट्विटर को भारत की संप्रभुता और भारतीय कानूनों को स्वीकार करने में समस्या थी।

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