Uddhav government in crisis: महाराष्ट्र की उद्धव सरकार संकट में फंस गई है। राज्यसभा चुनाव में बाद एमएलसी चुनाव में भी उद्धव सरकार को झटका लगा है। वहीं, अब महाविकास अधाड़ी सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र की उद्धव सरकार अब गिर जाएगी और वहां पर भाजपा फिर से सत्ता में वापसी कर लेगी। दरअसल, पार्टी के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे के साथ शिवसेना के दो दर्जन विधायक संपर्क में नहीं हैं। बताया जा रहा है कि ये सभी विधायक गुजरात के सूरत के किसी होटल में रूके हुए हैं। ऐसे में राजनीतिक संकट के बीच उद्धव ठाकरे ने सभी विधायकों की बैठक बुला ली है।
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जानिए महाराष्ट्र के आंकड़े की गणित
बता दें कि, महाराष्ट्र विधनसभा में सीटों की संख्या 288 है। यहां पर सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 145 विधायकों का समर्थन चाहिए। 2019 के चुनाव में भाजपा यहां पर 105 सीटों पर जीत हासिल की थी। इसके बाद भी वो सरकार नहीं बना पाई। यहां पर
57 सीटों वाली शिवसेना, 53 सीटों वाली एनसीपी और 44 सीटों वाली कांग्रेस ने यहां गठबंधन की सरकार बनाई। तीनों दलों के पास अपने 154 थे। इसके अलावा अन्य दलों व निर्दलीय विधायकों के साथ सरकार को कुल 169 विधायकों का समर्थन प्राप्त था। ऐसे में वहां पर आसानी से तीनों दलों ने मिलाकर सरकार बना ली। वहीं, अब शिवसेना के दर्जनों विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे लातपा हैं। ऐसे में महाराष्ट्र की सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
ऐसे बदल सकती है महाराष्ट्र की राजनीति
बता दें कि, विधानपरिषद चुनावों के बाद यह तो स्पष्ट हो गया है कि महाराष्ट्र में भाजपा को अब 134 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। यानी बहुमत हासिल करने के लिए उसे अब 11 विधायक और चाहिए। ऐसे में एकनाथ शिंदे शिवसेना के दर्जनों विधायकों के साथ लापता हैं। ऐसे में महाराष्ट्र की उद्धव सरकार पर खतरा मंडरा रहा है।