प्रयागराज। यूपी (UP) के बहुचर्चित उमेश पाल शूटआउट केस (Umesh Pal Murder Case) में नामजद माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के दो नाबालिग बेटों के कथित तौर पर लापता होने के मामले में एक महीने बाद सस्पेंस खत्म हो गया है। प्रयागराज की धूमनगंज थाना पुलिस को ओर से सीजेएम कोर्ट (CJM Court) में दाखिल की गई विस्तृत रिपोर्ट के बाद अतीक अहमद के बच्चों को लेकर चला आ रहा सस्पेंस खत्म हुआ है। सीजेएम कोर्ट (CJM Court) के आदेश पर धूमनगंज थाना प्रभारी राजेश मौर्या (Dhumanganj police station in-charge Rajesh Maurya) ने जो विस्तृत रिपोर्ट दाखिल की है। उसने बताया गया है कि अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के दोनों बेटे कहां हैं?
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रिपोर्ट के मुताबिक प्रयागराज के राजरूपपुर इलाके के बाल संरक्षण गृह (Child Protection Home) में ही अतीक के दोनों बेटे हैं। पुलिस ने बताया है कि अतीक के नाबालिग बेटे एजम व अबान को राजरूपपुर बाल संरक्षण गृह में रखा गया है। अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन के वकील अब राजरूपपुर के बाल संरक्षण गृह (Child Protection Home) में जाकर फिजिकल वेरिफिकेशन करेंगे, जिसके बाद अपनी बात सोमवार को सीजेएम कोर्ट (CJM Court) के सामने रखेंगे। सोमवार 27 मार्च को मामले की फिर सुनवाई होगी। दरअसल प्रयागराज पुलिस (Prayagraj Police) ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि 2 मार्च को अतीक के दोनों बेटे अपने घर के पास कसारी मसारी इलाके में लावारिस हालत में पाए गए थे।
नाबालिग होने की वजह से दोनों को सीडब्ल्यूसी (CWC) के सामने पेश किया गया, जिसके आदेश से उन्हें बाल संरक्षण गृह में दाखिल करा दिया गया है। हालांकि पुलिस ने कभी यह नहीं बताया कि दोनों बेटे किस बाल संरक्षण गृह (Child Protection Home) में रखे गए हैं। सीजेएम कोर्ट ने इस बारे में 6 बार प्रयागराज पुलिस (Prayagraj Police) से रिपोर्ट मांगी थी। साफ तौर पर जानकारी नहीं देने की वजह से सीजेएम कोर्ट (CJM Court) ने थाना प्रभारी धूमनगंज को व्यक्तिगत रूप से तलब भी किया था। अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) का दावा था कि उमेश पाल शूटआउट केस (Umesh Pal Murder Case) के 3 घंटे बाद ही पुलिस ने उनके घर से उनके दो नाबालिग बेटों को हिरासत में लिया था। उसके बाद से उनका कोई पता नहीं चल रहा है। शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) ने सीजेएम कोर्ट (CJM Court) में अर्जी दाखिल कर अपने नाबालिग बेटियों का पता लगाए जाने की मांग की थी।