लखनऊ। आर्थिक तंगी से जूझ रहे यूपी पावर कारपोरेशन लिमिटेड (UP Power Corporation Limited) ने अब नई व्यवस्था शुरू की है। घाटे को कम करने और बकायेदारों के लिए सख्त फरमान जारी किया है। जिसके तहत अब एक महीने का भी बिल बकाया हुआ तो कनेक्शन काट दिया जाएगा। पहले बिजली कनेक्शन काटने की लिमिट 10 हजार रुपये बकाया होने की थी, लेकिन राजस्व वसूली (Revenue Collection) से जूझ रहे मध्यांचल विद्युत् वितरण निगम (Madhyanchal Vidyut Vitran Nigam) ने अब यह कदम उठाया है। जिसके तहत आगा आपके बिजली का बिल 1000 रुपये भी है और आपने उसे जमा करने की आखिरी तिथि तक भुगतान नहीं किया तो आपका कनेक्शन काट दिया जाएगा।
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दरअसल, कहा जा रहा है कि बड़े बकायेदारों से वसूली न कर पाने की वजह से अब छोटे बकायेदारों पर भी सख्ती की जा रही है। लिहाजा अब 10 हजार तक की समय सीमा को समाप्त कर दिया गया है। अब आप महीने जितनी बिजली खर्च कर रहे हैं अगर उसका भुगतान नहीं किया तो कनेक्शन काटना तय है। इसके लिए लेसा ने बकायेदारों की सूची भी तैयार कर ली है। निदेशक वाणिज्य योगेश कुमार (Director Commerce Yogesh Kumar) ने बताया कि बड़े बकायेदारों के साथ ही एक महीने का बिल भी अगर बाकी है और समय से जमा नहीं किया गया तो कनेक्शन काट दिया जाएगा। साथ ही 50 प्रतिशत से अधिक लाइन लॉस वाले इलाकों की जांच भी कराई जाएगी।
जानकारी के मुताबिक लेसा (LESA) की जांच में यह बात सामने आई है कि लखनऊ के हर खंड में बकाएदार मौजूद हैं, जो बिजली का तो भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन जब बिल देने की बारी आती है तो समय से नहीं देते। लिहाजा अब सभी के कनेक्शन काटने की तैयारी है।